नई चली बनाई गई फिल्में तो फिल्म प्रोड्यूसर करने लगा कारोबारियों से ठगी, जानिए कैसे लिखता था ठगी की स्क्रिप्ट

आरोपित ने ओखला औद्योगिक क्षेत्र के एक कारोबारी को 65 करोड़ का लोन मात्र दस प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से दिलाने के नाम पर 32 लाख ठग लिए थे। उसे ठगी में पहले भी दिल्ली और महाराष्ट्र पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 01:30 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 01:30 PM (IST)
नई चली बनाई गई फिल्में तो फिल्म प्रोड्यूसर करने लगा कारोबारियों से ठगी, जानिए कैसे लिखता था ठगी की स्क्रिप्ट
भड़ास, ओवरटाइम, लव फिर कभी, रनबांका, सस्पेंस और साक्षी फिल्में बनाईं, लेकिन एक भी नहीं चली

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मैदानगढ़ी थाना पुलिस ने कारोबारियों को लोन दिलाने के नाम पर ठगी कर फिल्में बनाने वाले एक प्रोड्यूसर को मथुरा से गिरफ्तार किया है। आरोपित ने ओखला औद्योगिक क्षेत्र के एक कारोबारी को 65 करोड़ का लोन मात्र दस प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से दिलाने के नाम पर 32 लाख ठग लिए थे। उसे ठगी में पहले भी दिल्ली और महाराष्ट्र पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपित की पहचान अजय यादव उर्फ संजय अग्रवाल उर्फ राकेश शर्मा उर्फ रमन उर्फ अविनाश के रूप में हुई है।

दक्षिणी जिले के पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि सतबड़ी निवासी कारोबारी राहुल नाथ ने महरौली थाना पुलिस को दी ठगी की शिकायत में बताया था कि उनकी ओखला औद्योगिक क्षेत्र में वैल्यू मेकर इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी है। उन्हें अपना कारोबार बढ़ाने के लिए 65 करोड़ रुपये की जरूरत थी। वह अखबार में एक विज्ञापन के जरिये मुंबई आधारित सीरिन फिल्म कंपनी के मालिक से मिले जिसने उन्हें 10 साल के लिए 10 प्रतिशत सालाना ब्याज की दर पर लोन दिलाने का झांसा दिया। आरोपित से 18 लाख रुपये दस्तावेज तैयार कराने के लिए ले लिए। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपित ने साक्षी नाम की फिल्म बनाई है जिसे हाल में ही रिलीज किया गया था।

मुंबई में फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से मिली जानकारी व मोबाइल नंबर सर्विलांस की सहायता से पुलिस ने उसे मथुरा स्थित उसे घर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित पर दिल्ली, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के थानों में 13 मुकदमे दर्ज हैं। जांच में सामने आया है कि आरोपित कारोबारियों से ठगी कर कमाए गए रुपयों से फिल्में बनाता था। लेकिन फिल्म न चलने के कारण वह घाटे में था। आरोपित ने अभी तक भड़ास, ओवरटाइम, लव फिर कभी, रनबांका, सस्पेंस और साक्षी नाम की फिल्में बनाई हैं। वह साल 1986 में पहली बार दिल्ली आया था और ग्रेटर कैलाश में फाइनेंशियल कंसल्टेंसी फर्म खोली थी। उसके खिलाफ इस फर्म के जरिये फर्जी शेयर जारी करने का मुकदमा भी दर्ज किया गया था।

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