Trilochan Singh Murder Case: बेहोश करने के बाद की गई थी हत्या, जम्मू कश्मीर से एक आरोपित गिरफ्तार
Trilochan Singh murder case इस हत्या का मास्टरमाइंड हरप्रीत सिंह है। हरप्रीत सिंह के मामा की हत्या वर्ष 1983 में हुई थी। उसे लगता था कि मामा की हत्या में त्रिलोचन का हाथ है। ऐसे में उसने बदला लेने के लिए हरमीत बिल्ला और उसे शामिल कर अंजाम दिया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। नेशनल कांफ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या बेहोश करने के बाद की गई थी। मामले में शामिल एक आरोपित राजेंद्र चौधरी उर्फ राजू को जम्मू से गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ में पता चला है कि वजीर की हत्या में चार आरोपित शामिल थे। वजीर को पहले खाने में बेहोशी की दवा मिला कर दी गई थी । इसके बाद उसी हालत में उन्हें गोली मार दी गई । उसने ये भी बताया कि हरप्रीत ने अपने मामा की हत्या का बदला लेने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया है।
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पश्चिमी जिला पुलिस ने आरोपित राजेंद्र चौधरी उर्फ राजू को जम्मू से गिरफ्तार कर आगे की पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच काे सौंप दिया है। पूछताछ में पता चला कि राजेंद्र हरप्रीत सिंह खालसा का दोस्त है वह मुंबई में टैक्सी चलाता था । अगस्त में उसे काम दिलाने की बात कह कर हरप्रीत ने दिल्ली बुलाया था। वह हरप्रीत के पास ही रहने लगा था। उसने पूछताछ में बताया कि वजीर को तीन सितंबर को कनाडा जाना था इसलिए उसके खाने में बेहोशी की दवा मिलाकर उसे खिला दी गई थी। उस समय फ्लैट में हरप्रीत सिंह खालसा, हरमीत सिंह, बिल्ला और वो वह खुद वहां मौजूद था।
मामा की हत्या का बदला लेने के लिए की थी हत्या
राजेंद्र ने पुलिस को बताया कि इस हत्या का मास्टरमाइंड हरप्रीत सिंह है। हरप्रीत सिंह के मामा की हत्या वर्ष 1983 में हुई थी। उसे लगता था कि मामा की हत्या में त्रिलोचन का हाथ है। ऐसे में उसने बदला लेने के लिए हरमीत , बिल्ला और उसे शामिल कर अंजाम दिया। क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को आरोपित को अदालत में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया है । बता दें कि गत तीन सितंबर को रमेश नगर में नेशनल कांफ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी उनका शव नौ सितंबर की सुबह बरामद हुआ था।