नाला बेलदार को अब सफाई मित्र से जाना जाएगा, जानिए क्या है दक्षिणी निगम की पूरी प्लानिंग
पूर्व दक्षिणी निगम ने अपने सफाई कर्मचारी के पद का नाम हमने सफाई सैनिक किया है। उन्होंने कहा कि सफाई से जुड़े कार्य को लोग छोटा समझते हैं लेकिन सबसे बड़ा यह काम है। नाला बेलदारों का सम्मान बढ़ाने का कार्य किया जाएगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दक्षिणी निगम में कार्य करने वाले 400 नाला बेलदार अब सफाई मित्र के नाम से जाने जाएंगे। दक्षिणी निगम की स्थायी समिति में यह प्रस्ताव पास करेंगे। इसके तहत नाला बेलदारों का सम्मान बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। समिति के अध्यक्ष बीके ओबराय ने बताया कि नाला बेलदार शब्द उचित नहीं लगता है। ऐसे में कर्मचारियों को अपने पद का नाम बताने में कई बार हीन भावना का भी शिकार होना पड़ता है। इससे उनका मनोबल गिरता है। ऐसे में निगम यह फैसला लेने जा रहा है कि कर्मचारियों को सफाई मित्र के नाम से जाना जाए।
सफाई से जुड़े कार्य को छोटा समझते हैं लोग
बीते दिनों निगम ने 200 सफाई मित्रों को अस्थायी से स्थायी नौकरी दी थी। इससे पूर्व दक्षिणी निगम ने अपने सफाई कर्मचारी के पद का नाम हमने सफाई सैनिक किया है। उन्होंने कहा कि सफाई से जुड़े कार्य को लोग छोटा समझते हैं, लेकिन सबसे बड़ा यह काम है। क्योंकि सफाई होगी तो बीमारियों के फैलने का खतरा कम होगा। स्वच्छता से कई बीमारियों को रोका जा सकता है। निगम के अंतर्गत सुबह दिन निकलते ही सफाई का काम शुरू हो जाता है।
लेकिन लोग सफाई करने वाले कर्मचारियों को सम्मान के नजरिए से नहीं देखते हैं। जबकि सफाई काम सबसे बड़ी जिम्मेेेदारी है। अगर सफाई कर्मचारियों को सम्मान के नजरिए से देखा जाएगा तो वह अपना काम भी उतनी मेहनत व ईमानदारी से कर पाएंगेे। उन्होंने कहा कि कल जब समिति में यह प्रस्ताव पारित हो जाएगा तो यह सफाई मित्रों के लिए सम्मान की तरह होगा।