नजफगढ़ में युवक पर चलीं एक दर्जन गोलियां, पुलिस की उड़ी नींद

नजफगढ़ में दिन दहाड़े कुछ बदमाशों ने दुकान पर आए एक युवक पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। मौके पर ही युवक की की मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By Monika MinalEdited By: Publish:Wed, 22 May 2019 02:18 PM (IST) Updated:Wed, 22 May 2019 02:18 PM (IST)
नजफगढ़ में युवक पर चलीं एक दर्जन गोलियां, पुलिस की उड़ी नींद
नजफगढ़ में युवक पर चलीं एक दर्जन गोलियां, पुलिस की उड़ी नींद

नई दिल्‍ली, जेएनएन। द्वारका मोड़ पर हुए गैंगवार का मामला सुलझा भी नहीं था कि एक बार फिर युवक की हत्या ने पुलिस की नींद उड़ा दी। इस बार हत्या नजफगढ़ के एक दुकान में बैठे युवक की हुई है। युवक दुकान में फोटो स्टेट के लिए आया था, तभी स्कूटी से आए हमलावरों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई और फरार हो गए। इस हमले में करीब एक दर्जन गोलियां चलाई गई, जिसमें से सात युवक को लगी। मृतक की पहचान मोहित (27) के रूप में हुई है। मोहित हरियाणा के बहादुरगढ़ के रहने वाले थे। टिक-टॉक व इंस्टाग्राम पर काफी तादाद में इनके फॉलोअर्स थे। मोहित नजफगढ़ स्थित जिम में ट्रेनर थे। पुलिस इस हत्याकांड को रंजिश मानकर चल रही है। आशंका है कि हत्या की वजह प्रेम प्रसंग या पैसों का लेनदेन भी हो सकता है।

मोहित मंगलवार शाम करीब पांच बजे नजफगढ़ स्थित दिल्ली गेट के पास शनि मंदिर वाली गली के दुकान में फोटो स्टेट कराने आए थे। इसी दौरान तीन हमलावर दुकान के अंदर दाखिल हुए और उसमें से दो हमलावरों ने मोहित पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। इस दौरान तीसरा बदमाश दुकान के गेट पर खड़ा रहा। गोलियों की आवाज सुनकर दुकानदार भी भाग खड़ा हुआ। वहीं मोहित के बेसुध होने के बाद हमलावर वहां से पैदल ही भाग गए। दो बदमाशों ने वारदात के दौरान पहचान छुपाने के लिए हेलमेट पहन रखा था। बदमाशों के मौके से फरार होने के बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस उपायुक्त एंटो अल्फांस, एसीपी राजेंद्र सिंह सहित जिले के तमाम आलाधिकारी मौके पर पहुंचे।

सीसीटीवी में कैद हुए बदमाश

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हमलावर घटना को अंजाम देने के बाद सीसीटीवी फुटेज में भागते हुए नजर आ रहे हैं। एक का चेहरा साफ नजर आ रहा है। वहीं दो अन्य के हेलमेट पहनने के कारण पहचान नहीं हो पा रही है। गोलियों की आवाज के बाद इलाके में दहशत का माहौल बन गया। कई दुकानदारों ने अपनी दुकानों के शटर गिरा दिए थे।

द्वारका में गैंगवार

द्वारका मोड़ पर हुए गैंगवार में प्रवीण उर्फ गोलू की हत्या की साजिश के तार तिहाड़ जेल से जुड़ते नजर आ रहे हैं। पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच से लग रहा है कि हत्या के पीछे तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात प्रदीप सोलंकी का हाथ हो सकता है। इस संभावना को देखते हुए पुलिस की एक टीम जेल में प्रदीप सोलंकी से मिलने वालों के बारे में जानकारी जुटा रही है। पुलिस की अन्य टीम टेक्निकल सर्विलांस के माध्यम से संदिग्ध आरोपितों के बारे में जानकारी जुटा रही है। साथ ही प्रवीण व विकास के संपर्क के लोगों की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है।

इस मामले में जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों का कहना है कि संभावना है कि प्रदीप से मिलने विकास का साथी तिहाड़ गया, जिनके जरिये प्रवीण की हत्या का संदेश भेजा गया। पुलिस के अनुसार पता चला है कि प्रदीप मंजीत महाल से दूरी बना रहा था, जबकि प्रवीण मंजीत का करीबी होता जा रहा था। प्रवीण की मंजीत से नजदीकी बढ़ने से प्रदीप सोलंकी और विकास परेशान थे, इसीलिए दोनों ने मिलकर प्रवीण की हत्या की साजिश रच डाली। प्रवीण के घर से बाहर मिले सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को पता चला है कि उसके घर पर कई दिनों से बदमाश नजर रख रहे थे। वारदात वाले दिन भी मोटरसाइकिल पर दो बदमाश नवादा में उसके घर के आसपास रेकी करते नजर आए थे। इसे देखते हुए यह लग रहा है कि बदमाश प्रवीण को उसके घर के पास ही मारना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें कामयाबी द्वारका मोड़ पर मिली थी।

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