शिक्षा निदेशालय की नई उड़ान से छात्र- छात्राओं के अंदर बढ़ेगी वैज्ञानिक सोच, होगा फायदा

निदेशालय के अधिकारी के मुताबिक पत्रिका का उद्देश्य छात्रों की खोज की भावना को आगे बढ़ाने और उन्हें वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करना है।कहा कि इस पत्रिका के माध्यम से दिल्ली के विद्यालयों में हो रही वैज्ञानिक प्रगति को विश्वस्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार का अवसर प्राप्त होगा।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 04:22 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 04:25 PM (IST)
शिक्षा निदेशालय की नई उड़ान से छात्र- छात्राओं के अंदर बढ़ेगी वैज्ञानिक सोच, होगा फायदा
यह पत्रिका शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टि को बढ़ावा देने और उनके द्वारा किए जा रहे नवोन्मेषों को प्रोत्साहित करने के लिए शिक्षा निदेशालय ने एक त्रैमासिक पत्रिका का प्रकाशन शुरू किया है। पत्रिका का नाम नई उड़ान है। यह पत्रिका शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।

किस कारण शुरू हो रहा पत्रिका का प्रकाशन

निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पत्रिका का उद्देश्य छात्रों की खोज की भावना को आगे बढ़ाने और उन्हें वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि इस पत्रिका के माध्यम से दिल्ली के विद्यालयों में हो रही वैज्ञानिक प्रगति को विश्वस्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार का अवसर प्राप्त होगा। इसके साथ ही छात्र इस पत्रिका में नए-नए वैज्ञानिक प्रयोगों का अध्ययन कर सकेंगे। यह पत्रिका विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी सहायक सिद्ध होगी।

कई लेख प्रकाशित किए गए

पत्रिका के पहले अंक में मानव जीन थेरेपी, क्या मशीनें सोच सकती हैं, एसटीईएम (साइंस, टेक्नोलाजी, इंजीनियरिंग और गणित) के महत्व और चुनौतियों पर लेख प्रकाशित किए गए हैं। इसके साथ ही पत्रिका में वेद व्यास पब्लिक स्कूल के आयुष शर्मा द्वारा विकसित एक स्वचलित पानी के नल और सरकारी स्कूल के शिक्षक अनिल कुमार मिश्र द्वारा बनाए गए एक विशेष ट्री गार्ड पर भी प्रकाश डाला गया है।

विश्व बंधुत्व उत्सव मनाया

वहीं, विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की दिल्ली शाखा चाणक्यपुरी में 128वां विश्व बंधुत्व दिवस मनाया गया । कार्यक्रम में गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा के उपकुलपति भगवती प्रकाश शर्मा ने स्वामी विवेकानंद के विश्व बंधुत्व के संदेश पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही उसके महत्व को भी रेखांकित किया। कार्यक्रम के अध्यक्ष श्रवण कुमार अग्रवाल ने समाज को संगठित एवं एक होने की आवश्यकता पर बल देते हुए स्वामी विवेकानंद के कार्यो को आगे बढ़ाने के लिए श्रोताओं को प्रेरित किया। कार्यक्रम में विवेकानंद केंद्र के उत्तर प्रांत के युवा प्रमुख निखिल यादव भी मौजूद रहे।

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