Lockdown Again in Delhi ! दिल्ली के 84 फीसद व्यापारी नहीं चाहते हैं दिल्ली में लॉकडाउन, ऑनलाइन सर्वे में आया सामने
Lockdown in Delhi ! कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली समेत अन्य कई राज्यों में रात्रि कर्फ्यू व लॉकडाउन जैसे कदमों के बीच देशभर के व्यापारियों ने इसकी जगह अन्य विकल्पों को अपनाने पर जोर दिया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार हो रहे इजाफे के बीच लगातार लॉकडाउन लगाने की अफवाहें उड़ती रहती हैं। खासतौर से इंटरनेट मीडिया पर कुछ लोग दिल्ली में लॉकडाउन लगाने की बात उठाते हैं, जबकि अरविंद केजरीवाल साफतौर पर कह चुके हैं कि लॉकडाउन फिलहाल नहीं लगेगा। वहीं, कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली समेत अन्य कई राज्यों में रात्रि कर्फ्यू व लॉकडाउन जैसे कदमों के बीच देशभर के व्यापारियों ने इसकी जगह अन्य विकल्पों को अपनाने पर जोर दिया है।
लोगों की मांग, व्यापार और अर्थव्यवस्था दोनों चलती रहे
कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation of All India Traders) की ओर से नौ अप्रैल से 11 अप्रैल के बीच कराए गए ऑनलाइन सर्वे में व्यापारियों ने रात्रि कर्फ्यू और लॉकडाउन को व्यापार के लिए एक बड़ी विपरीत परिस्थिति मानते हुए कहा है कि इनके स्थान पर सरकार अन्य कोई प्रभावी रास्ता अपनाएं जिससे न केवल संक्रमण पर काबू पाया जा सके बल्कि व्यापार और अर्थव्यवस्था भी चलती रहे।
सहमत नहीं लोग लॉकडाउन लगाने पर
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल (Praveen Khandelwal, National General Secretary of Confederation of All India Traders) ने बताया कि इस सर्वे में दिल्ली व देश के अन्य प्रांतों के 8,277 व्यापारियों ने भाग लेकर अपनी राय व्यक्त की है। सर्वे में कोविड व इसपर रोकथाम को लेकर कुल आठ सवाल पूछे गए थे जिनका स्पष्ट उत्तर सर्वे में भाग लेने वाले लोगों ने दिया है।
प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की सर्वे में 83.60 फीसद लोगों ने माना है कि लॉकडाउन से व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित होंगी। वहीं, एक अन्य सवाल के उत्तर में 77.80 फीसद लोगों ने कहा कि बाजारों, सरकारी व अन्य कार्यालयों के समय में परिवर्तन कर कोरोना संक्रमण पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकती है।
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दुकानों को बंद करना समस्या का निराकरण नहीं
83.40 फीसद लोगों ने कहा कि दुकाने बंद करना कोरोना संक्रमण का समाधान नहीं है। सर्वे में 94.10 फीसद लोगों ने कहा कि यदि संक्रमण रोकने के लिए लागू दिशानिर्देशों को सख्ती से अपनाया जाए तो नियंत्रण भी हो सकता है और व्यापार भी जारी रखा जा सकता है।