टोल टैक्स के पैसे की हो रही बंदर बांट, भाजपा इस पर जवाब दे : आप

आप के मुख्य प्रवक्ता व विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के अंदर लाकडाउन 19 अप्रैल से सात जून तक था जबकि नगर निगम टोल कंपनी को 10 अप्रैल से लेकर एक अगस्त तक टोल टैक्स की माफी देने जा रही है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 09:15 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 09:15 AM (IST)
टोल टैक्स के पैसे की हो रही बंदर बांट, भाजपा इस पर जवाब दे : आप
92.91 लाख रुपये माफ करने का आरोप

ई दिल्ली [वीके शुक्ला]। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि नगर निगम के टोल टैक्स के पैसे की ऊपर तक बंदर बांट हो रही है। भाजपा द्वारा टोल कंपनी के 92.91 लाख रुपये माफ किए जा रहे हैं। आप के मुख्य प्रवक्ता व विधायक सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि दिल्ली के अंदर लाकडाउन 19 अप्रैल से सात जून तक था, जबकि नगर निगम टोल कंपनी को 10 अप्रैल से लेकर एक अगस्त तक टोल टैक्स की माफी देने जा रही है।

प्रस्ताव का विरोध करेगी आम आदमी पार्टी

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति में लाए जा रहे इस प्रस्ताव का आप विरोध करेगी। भारद्वाज ने कहा कि टोल टैक्स से जो पैसा दिल्ली या किसी अन्य राज्य को आता है, वह राजस्व का बहुत बड़ा सोर्स होता है। दिल्ली नगर निगम को टोल टैक्स से बहुत बड़ी आय होती है। दिल्ली से उत्तर प्रदेश, हरियाणा की सीमा लगती हैं।

गुरुग्राम फरीदाबाद नोएडा से रोजाना हजारों लोग देते हैं टेाल टैक्स

गुरुग्राम, फरीदाबाद नोएडा से रोजाना हजारों लोग दिल्ली टोल टैक्स देकर आते हैं। नगर निगम के दीवालिया होने के पीछे बड़ी साजिश है। टोल टैक्स से कई साल में जितना पैसा आना चाहिए था, उतना पैसा नहीं आ रहा है, क्योंकि इस पैसे की बंदरबांट हो रही है। दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता को 24 घंटे में बताना चाहिए कि नगर निगम को सालाना कितना टोल टैक्स मिलना चाहिए? पिछले कुछ सालों से कितना टोल टैक्स सालाना नगर निगम को मिल रहा है? इसके बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की जानी चाहिए।

भाजपा का पलटवार

वहीं, दक्षिणी निगम के महापौर मुकेश सुर्यान ने आप द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि तीनों निगमों की ओर से टोल वसूली का कार्य बतौर नोडल एजेंसी के रूप में दक्षिणी निगम के पास है। आप के आरोप तथ्यों से परे हैं। दिल्ली सरकार ने लाकडाउन लगाया था। दिल्ली सरकार ने कोरोना को महामारी घोषित किया है। इसके बाद टोल इकट्ठा करने वाली कंपनी ने कोरोना महामारी को एक अप्रत्याशित घटना माना। निगम का आकलन 13 टोल नाकों पर प्राप्त राजस्व के आधार पर किया है।

chat bot
आपका साथी