कूड़े के पहाड़ों से परेशान दिल्लीवासियों के लिए राहत की खबर, अब बनेगी आधुनिक लैंडफिल साइट

दिल्ली में देश की तीसरी ऐसी आधुनिक लैंडफिल साइट बनने जा रही है जो न तो वायु को दूषित करेगी और न ही भूजल को। वहीं कचरे को शोधित कर बागवानी में उसका उपयोग किया जा सकेगा। ऐसी लैंडफिल साइट देश में अब तक महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 07:52 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 08:37 AM (IST)
कूड़े के पहाड़ों से परेशान दिल्लीवासियों के लिए राहत की खबर, अब बनेगी आधुनिक लैंडफिल साइट
कूड़े के पहाड़ों से परेशान दिल्लीवासियों के लिए राहत की खबर, अब बनेगी आधुनिक लैंडफिल साइट

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। कूड़े के पहाड़ों से परेशान दिल्लीवासियों के लिए राहत की खबर है। यहां देश की तीसरी ऐसी आधुनिक लैंडफिल साइट बनने जा रही है, जो न तो वायु को दूषित करेगी और न ही भूजल को। वहीं, कचरे को शोधित कर बागवानी में उसका उपयोग किया जा सकेगा। इस तरह की लैंडफिल साइट देश में अब तक मात्र महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में है। दक्षिणी नगर निगम ने ओखला तेहखंड में 18 माह में इसका निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा है, जिस पर करीब 53.89 करोड़ रुपये की लागत आएगी।

सामान्य लैंडफिल साइट से यह काफी अलग होगी। यहां 8-11 मीटर गहराई का गड्ढा खोदा जाएगा। कीचड़ के रूप में तब्दील होने वाला कचरा सीधे जमीन के अंदर न जाए, इसके लिए गड्ढे में जीओ मेंब्रेन तकनीक से प्लास्टिक की परतें बिछाई जाएंगी। इस पर जो कीचड़ एकत्र होगा, उसे सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के जरिये शोधित किया जाएगा। लैंडफिल साइट कूड़े के पहाड़ में तब्दील न हो, इसलिए इसमें कूड़े को सीधे नहीं डाला जाएगा, बल्कि वेस्ट टू एनर्जी (कूड़े से बिजली) प्लांट से निकली राख और गीले कचरे से खाद बनाने में जो भी कूड़ा बचेगा, उसे डाला जाएगा।

आधुनिक लैंडफिल साइट से हल होगी दिल्ली की बड़ी समस्या

राजधानी दिल्ली में मौजूद चार लैंडफिल साइट परंपरागत तरीके की हैं, जिनमें से तीन कूड़े के पहाड़ के रूप में तब्दील हो चुकी हैं। यहां इकट्ठा हुए कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है। एक साइट पर फिलहाल ज्यादा कचरा इकट्ठा नहीं हुआ है। राजधानी दिल्ली में कूड़े के पहाड़ की समस्या दिन व दिन बढ़ रही थी। ऐसे में निगम ने दक्षिणी दिल्ली के ओखला में आधुनिक लैंडफिल साइट बनाने का रास्ता साफ हो गया है। यहां न सिर्फ कूड़े का निस्तारण होगा, बल्कि प्रदूषण की समस्या का भी समाधान हो जाएगा। दिल्ली में फिलहाल चार लैंडफिल साइट हैं।

निगम का दावा है कि ओखला में आधुनिक लैंडफिल साइट बनने के बाद गाजीपुर, ओखला, भलस्वा लैंड फिल साइट के पहाड़ 2024 तक खत्म हो जाएंगे। यहां बता दें कि दिल्ली में इस समय सबसे ज्यादा 139 लाख टन कूड़ा गाजीपुर लैंडफिल साइट पर है। इसे खत्म करने को लेकर सियासत भी होती रही है।

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