ट्रामल मशीन लगाने में कथित भ्रष्टाचार को लेकर आप पार्षदों ने किया प्रदर्शन

नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने कहा कि ट्रामल मशीन लगाने में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए। निगम इन मशीनों को लगाने के लिए 31 कंपनियों को ठेका दिया जा रहा है। इसमें एक मशीन छह हजार टन कूड़े का निस्तारण करेगी।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 07:10 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 07:10 AM (IST)
ट्रामल मशीन लगाने में कथित भ्रष्टाचार को लेकर आप पार्षदों ने किया प्रदर्शन
हंगामे की भेंट चढ़ी निगम सदन की बैठक

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। महापौर-उप महापौर के चुनाव के बाद हुई सदन की पहली बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई। एक ओर जहां आम आदमी पार्टी (आप) के पार्षदों ने भलस्वा लैंडफिल पर कूड़ा निस्तारण के लिए लगाई जा रही ट्रामल मशीनों को कथित रुप से भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। जिसको लेकर आप पार्षदों ने पोस्टर और बैनर सदन में लहरा दिए। वहीं, सत्तापक्ष के सदस्यों ने आप के पार्षदों ने जलभराव पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया। वहीं, भाजपा से निष्कासित पार्षद ज्योति ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इसके बाद मार्शलों की मदद से उन्हें सदन से बाहर कर दिया गया।

दरअसल, सदन की बैठक शुरु ही हुई थी आप पार्षदों ने ट्रामल मशीन लगाने में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। वहीं, सत्तापक्ष के सदस्य भी जलभराव के मुद्दे पर दिल्ली सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लग गए। हंगामा बढ़ता देख महापौर राजा इकबाल सिंह ने बैठक को दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया। इसके बाद शुरू हुई बैठक में फिर से हंगामा शुरू हो गया। इसके चलते बैठक को अगली बैठक तक के लिए स्थगित कर दिया।

भाजपा पार्षद जय प्रकाश ने कहा कि आम आदमी पार्टी नागरिकों से जुड़े अहम मुद्दों जलभराव और मच्छरजनित बीमारियों पर चर्चा से भाग रही है। दिल्ली सराकर के निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग व डीएसआइडीसी की लापरवाही की वजह से जगह-जगह जलभराव हो रहा है। जलभराव की समस्या पर अपनी नाकामी छुपाने के लिए आप पार्षदों ने हंगामा किया।

वहीं, नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने कहा कि ट्रामल मशीन लगाने में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए। निगम इन मशीनों को लगाने के लिए 31 कंपनियों को ठेका दिया जा रहा है। इसमें एक मशीन छह हजार टन कूड़े का निस्तारण करेगी। जबकि उसके एवज में उसे 306 रुपये टन के हिसाब से भुगतान होगा। इस प्रकार से 18.36 लाख रुपये एक माह में दिए जाएंगे। जबकि आडिट रिपोर्ट के अनुसार इन मशीनों की कीमत 17.70 लाख है।

हमारी मांग थी कि जल्द ही साप्ताहिक बाजारों को खोलने की अनुमति दी जाए। लेकिन, भाजपा और आप की वजह से बैठक में चर्चा तक नहीं हो पाई। जबकि छह माह से साप्ताहिक बाजार न लगने से उनके परिवारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

मुकेश गोयल, नेता, कांग्रेस दल

ट्रामल मशीनों को लेकर आप की मुद्दे की हवा निकल चुकी है। यह कार्य पूरी पारदर्शिता से किया गया। दिल्ली की जनता जलभराव के चलते परेशान है लेकिन, आप पार्षदों ने दिल्ली सरकार की नाकामी छिपाने के लिए आज हंगामा किया।

छैल बिहारी गोस्वामी, नेता सदन

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