स्कूल लैब में मनीषा सिखा रहीं ड्रोन व रोबोट बनाना, किताबों से प्यार करना सिखा रहीं सरिता

सरिता ने बताया कि हमारी भाषा व विचार तभी अच्छे होंगे जब हम अच्छी किताबें पढ़ेंगे। वह लाइब्रेरी के पीरियड में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी कराती हैं ताकि बच्चे किताबें पढ़ते पढ़ते ऊब न जाएं। उन्होंने बताया कि हर बच्चे से किताब पर समीक्षा लिखवाई जाती है

By Mangal YadavEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 05:56 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 05:56 PM (IST)
स्कूल लैब में मनीषा सिखा रहीं ड्रोन व रोबोट बनाना, किताबों से प्यार करना सिखा रहीं सरिता
लाइब्रेरियन सरिता व फिजिक्स पीजीटी मनीषा की फाइल फोटो

नई दिल्ली [रितु राणा]। राज्य शिक्षक पुरस्कार 2020 की सूची में इस वर्ष यमुना विहार स्थित राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय की फिजिक्स पीजीटी मनीषा का नाम भी शामिल है। मनीषा को यह पुरस्कार कक्षा में उनके द्वारा कराई जा रही रचनात्मक व सृजनात्मक गतिविधियों को देखते हुए मिल रहा है। मनीषा ने बताया कि पहले पांच साल वह टीजीटी रही। फिर डीएसएसएसबी की परीक्षा दी जिसके बाद सीधे उनकी पीजीटी पद पर नियुक्ति हो गई। पिछले 13 वर्ष से वह प्रतिभा स्कूल में पढ़ा रही हैं। इस दौरान उन्हें प्रतिभांजलि अवॉर्ड भी मिल चुका है। राज्य पुरस्कार के लिए उन्होंने पहली बार आवेदन किया है।

मनीषा ने बताया कि उनका सारा काम लैब पर होता है और वह बच्चों को प्रैक्टिकल काम ज्यादा कराती हैं। वह अपनी कक्षा में हमेशा कुछ नयी व सृजनात्मक गतिविधि कराती हैं, जिससे बच्चों का मानसिक विकास हो सके। उनके विद्यार्थियों ने लैब में ड्रोन और रोबोट भी बनाए हैं। इस वर्ष राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में उनके दो विद्यार्थी चंदन और सारा ने ''थर्मो इलेक्ट्रोनिक जनरेटर'' का प्रदर्शन किया। जिसके लिए उनका नाम आगे राष्ट्रीय स्तर के लिए गया है। उनके विद्यार्थी एग्जोस्ट गैस से निकलने वाली हीट से एनर्जी जनरेट करते हैं। जिससे मोबाइल आदि चार्ज कर वह प्रयोग में लाते हैं।

मनीषा ने बताया कि वह कैल (कंप्यूटर एडिड लर्निंग) लैब में बच्चों को वीडियो व पीपीटी के माध्यम से पढ़ाती हैं। वह हर विषय के संबंध में पहले बच्चों को वीडियो दिखाती हैं, फिर प्रैक्टिकल करवाती हैं और उसके बाद सभी बच्चे घर जाकर भी प्रैक्टिकल करते हैं। इस प्रक्रिया से बच्चे विषय को ज्यादा रूचि लेकर अच्छे से समझ पाते हैं।

किताबों से प्यार करना सिखा रहीं सरिता

दिल्ली के सभी स्कूलों के लाइब्रेरियन में से इस वर्ष राज्य शिक्षक पुरस्कार 2020 (लाइब्रेरियन श्रेणी) यमुना विहार स्थित राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय की लाइब्रेरियन सरिता वर्मा को मिलने जा रहा है। सरिता बच्चों को सिर्फ किताबें पढ़ना ही नहीं उनसे प्यार करना भी सिखाती हैं। जिस कारण उनके विद्यार्थी खुद उनके पास आकर किताबें ले जाते हैं। सरिता ने बताया कि वह लाइब्रेरी में बच्चों को नैतिक शिक्षा का पाठ भी पढ़ाती हैं। वह विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई में रूचि जगाती हैं। इसी आधार पर उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना गया है।

सरिता ने बताया कि हमारी भाषा व विचार तभी अच्छे होंगे जब हम अच्छी किताबें पढ़ेंगे। वह लाइब्रेरी के पीरियड में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी कराती हैं, ताकि बच्चे किताबें पढ़ते पढ़ते ऊब न जाएं। उन्होंने बताया कि हर बच्चे से किताब पर समीक्षा लिखवाई जाती है, किताब में उन्हें क्या अच्छा लगा, क्या सीखने को मिला आदि। वह बच्चों को अखबार पढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं, जिससे उनकी भाषा में अच्छी पकड़ बने और सामान्य ज्ञान भी अच्छा हो। सरिता ने बताया कि पढ़ाई के अलावा वह बच्चों को सांस्कृतिक गतिविधियों में भी बढ़ चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित करती हैं।

इसी कारण बच्चे उनसे काफी घुल मिल कर रहते हैं और उनके लिए लाइब्रेरी में कोई रोक-टोक नहीं है। जब भी उनका खाली पीरियड होता है तो वह पढ़ने के लिए आ जाते हैं। वैसे तो हफ्ते में एक दिन लाइब्रेरी का पीरियड होता है लेकिन इसके अलावा भी बच्चों को अगर कोई किताब पढ़नी होती है तो वह बेझिझकर आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी लाइब्रेरी में बच्चों की प्रतिभागिता काफी अधिक होती है।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो

chat bot
आपका साथी