पूर्वी नगर निगम के सदन की बैठक में जमकर हंगामा, भाजपा व AAP सदस्यों के बीच हाथापाई की नौबत
पूर्वी नगर निगम के सदन की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। इस दौरान विपक्ष के पार्षदों ने नेता सदन की मेज पर लगी काेरोना शील्ड तोड़ दी।
नई दिल्ली [स्वदेश कुमार]। पूर्वी नगर निगम के सदन की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। इस दौरान विपक्ष के पार्षदों ने नेता सदन की मेज पर लगी काेरोना शील्ड तोड़ दी। सत्ता पक्ष का कहना है कि उन्होंने माइक भी तोड़ी है। इस पर महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने नेता विपक्ष मनोज त्यागी सहित आप के सभी 12 पार्षदों को 15 दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया। इनके अलावा आठ मनोनीत पार्षदों को भी निलंबित किया गया है। इनके खिलाफ महापौर ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र भी लिखा है। इसमें उन्होंने इनकी सदस्यता रद करने की मांग की है।
महापौर का कहना है कि विपक्ष सदन चलने नहीं देना चाहता है। जबकि नेता विपक्ष मनोज त्यागी ने निलंबन वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि विपक्ष का मुंह बंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से तीन प्रस्ताव चर्चा के लिए लाए गए थे। इसमें चौहान बांगर में मंदिर की जमीन पर निर्माण कार्य और भ्रष्टाचार का मामला भी था। सत्ता पक्ष इस पर चर्चा के लिए चाहता था इसलिए विपक्ष को दबाने की कोशिश की गई। विपक्ष के नेताओं को बाहर करके इन्होंने अपने मनमाफिक प्रस्ताव पास कराए।
बैठक की शुरुआत करते हुए निगमायुक्त विकास आनंद ने रिपोर्ट पेश की। इसमें उन्होंने कहा कि शाहदरा उत्तरी व दक्षिणी जोन में पिछले दिनों कोई दुर्घटना नहीं हुई है। इस पर नेता विपक्ष मनोज त्यागी ने आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि यह झूठ है। इस पर महापौर ने भी आयुक्त को टोका और कहा कि उनके संज्ञान में खजूरी में भवन निर्माण के दौरान एक मजदूर की मौत का मामला आया है। महापौर कहा कि दूसरा गंभीर मामला शाहदरा उत्तरी जोन के चेयरमैन प्रवेश शर्मा के वार्ड में सामने आया है। यहां एक जूनियर इंजीनियर रिश्वत मांगते हुए पकड़ा गया है। उसे तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि शाहदरा दक्षिणी जोन में कुछ संपत्तियों को पहले सील किया गया। इसके बाद अधिकारियों की मिलीगत से तीन संपत्तियों से सील हटा भी दिया गया। उन्होंने इस मामले में आयुक्त को कार्रवाई के निर्देश दिए। इसी दौरान नेता विपक्ष ने अपने प्रस्तावों की ओर महापौर का ध्यान आकर्षिक करने की कोशिश की।
महापौर ने कहा कि पहले सत्ता पक्ष से बोलेंगे, इसके बाद आपका नंबर आएगा। इसे लेकर विपक्ष के पार्षदों ने विरोध शुरू कर दिया। पंफ्लेट और पोस्टर के साथ पार्षद वेल में आकर हंगामा करने लगा। सत्ता पक्ष के नेताओं के साथ नोकझोंक शुरू हो गई। हाथापाई की नौबत के बीच कोरोना शील्ड और माइक भी टूट गए। इस पर महापौर ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद आप के पार्षदों ने महापौर के कार्यालय का घेराव कर दिया। आधे घंटे के बाद महापौर सदन में पहुंचे और उन्होंने सभी पार्षदों को निलंबित करने का फैसला सुना दिया।
विपक्ष के नेताओं को बाहर ही रोक कर सदन की कार्यवाही शुरू कर दी गई। सत्ता पक्ष की तरफ से प्रस्ताव पास किए जाने लगे। कांग्रेस पार्षद जुबेर अहमद ने चौहान बांगर में मंदिर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि वहां मंदिर की जमीन बेच दी गई और उस पर निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया। हालांकि शाहदरा उत्तरी जोन की बैठक में उन्होंने इस मुद्दे को उठाया। तुरंत निर्माण कार्य रोक दिया गया। इसके लिए उन्होंने वहां के चेयरमैन प्रवेश शर्मा और उपायुक्त संजीव मिश्रा का आभार जताया। इसी दौरान आप के पार्षद फिर से सदन के भीतर दाखिल हो गए। इस बार आप के पार्षदों ने महापौर के आसन को घेर लिया। हंगामा बढ़ता देख सदन को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया।