Delhi Coronavirus Safety Concern: दिल्ली में कोरोना के मामले कम होने के बाद देखी जा रही लापरवाही
Delhi Coronavirus Safety Concern पुरानी दिल्ली स्थित दवा व मेडिकल उपकरणों के थोक बाजार से लेकर दिल्ली के अन्य स्थानों पर मौजूद दवा की दुकानों पर यही हाल है। एक दुकान पर औसतन जहां 20 से 30 मास्क बिक जाते थे वहीं अब इसकी मांग चार-पांच हो गई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में कोरोना के मामले कम होने के बाद एक बार फिर इसमें कुछ बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसके बावजूद इससे बचाव के दिशानिर्देशों को लेकर अब लोगों में लापरवाही देखने को मिल रही है। सड़कों पर जहां कई लोग बिना मास्क के दिखाई दे जा रहे हैं, वहीं मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री में भी भारी गिरावट आई है। यह गिरावट 80 फीसद तक है। इस कारण दूसरे सामानों का कारोबार समेटकर इसके कारोबार में आए लोग फिर से अपने पुराने कारोबार का रुख कर रहे हैं। यहीं नहीं, उनकी चिंता दुकानों और गोदामों में पड़े मास्क व सैनिटाइजर के स्टाक को खपाने को लेकर भी है।
पुरानी दिल्ली स्थित दवा व मेडिकल उपकरणों के थोक बाजार से लेकर दिल्ली के अन्य स्थानों पर मौजूद दवा की दुकानों पर यही हाल है। एक दुकान पर औसतन जहां 20 से 30 मास्क बिक जाते थे, वहीं अब इसकी मांग चार-पांच हो गई है। उसमें भी एन-95 मास्क की बिक्री तो नाममात्र की है। केवल सर्जिकल मास्क की ही मांग है। इसी तरह सैनिटाइजर की मांग में कमी आई है। इसकी बिक्री से जुड़े लोगों के मुताबिक अब केवल सरकारी कार्यालयों में ही सैनिटाइजर की मांग बनी हुई है, अन्यथा बाजारों और निजी कार्यालयों में अब इसका इस्तेमाल काफी कम हो गया है।
लाकडाउन के साथ ही सैनिटाइजर की बिक्री से जुड़े वीकेआर इंटरप्राइजेज के अनिल राय ने बताया कि पहले रोजाना पांच लीटर वाले 200 बोतल बिक जाते थे। अब इसकी संख्या महज 10 रह गई है। इसके पीछे वजह और भी लोगों के इस कारोबार में उतर आना हो सकता है, लेकिन बड़ी वजह यह है कि लोगों ने इसका इस्तेमाल काफी कम कर दिया है। आल दिल्ली ड्रग केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष व लाजपत नगर व ओखला में दवा व मेडिकल उत्पादों के वितरक संदीप नांगिया ने कहा कि अब दुकानों पर कोई एक भी मास्क या सैनिटाइजर खरीदने आ जाता है तो अच्छा महसूस होता है। इसकी अचानक मांग काफी कम हो गई है। इसकी एक वजह कपड़े के मास्क का अधिक प्रयोग होना है।