Bharat Bandh In Delhi: शुक्रवार को होने वाले भारत व्यापार बंद में शामिल नहीं होंगे दिल्ली के कई बाजार

Bharat Bandh In Delhi कश्मीरी गेट चांदनी चौक नेहरू प्लेस सरोजनी नगर व सदर बाजार समेत अन्य बाजारों के कारोबारी नेताओं ने इस मुद्दे पर काफी मंथन किया जिसमें बाजार बंद को लेकर अधिकतर कारोबारी संगठन सहमत नहीं दिखे।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 10:39 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 10:39 AM (IST)
Bharat Bandh In Delhi: शुक्रवार को होने वाले भारत व्यापार बंद में शामिल नहीं होंगे दिल्ली के कई बाजार
दिल्ली के कई कारोबारी संगठन शामिल नहीं होंगे।

नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के कई प्रावधानों के विरोध में कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के भारत बाजार बंद के आह्वान में दिल्ली के कई कारोबारी संगठन शामिल नहीं होंगे। इस संबंध में भारतीय उद्योग व्यापार मंडल द्वारा कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित बैठक में शामिल व्यापारी नेताओं ने यह निर्णय लिया। इस बैठक में शामिल फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री राजेंद्र शर्मा ने कहा कि कश्मीरी गेट, चांदनी चौक, नेहरू प्लेस, सरोजनी नगर व सदर बाजार समेत अन्य बाजारों के कारोबारी नेताओं ने इस मुद्दे पर काफी मंथन किया, जिसमें बाजार बंद को लेकर अधिकतर कारोबारी संगठन सहमत नहीं दिखे। इसके बाद भारत बंद को लेकर संगठनों को झटका लग सकता है। वहीं, इनका कहना है कि व्यापारियों की एकजुटता को देखकर ही केंद्र सरकार मंथन को तैयार होगी। उधर, एक पक्ष का यह भी कहना है कि हमारा बंद हर हाल में सफल होगा और केंद्र सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना होगा।

व्यापारियों ने तय किया कि उस दिन बाजार बंद रखने की जगह वह समस्याओं के समाधान के लिए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र भेजेंगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा जीएसटी के प्रावधान व्यापारियों को काफी डराने वाले हैं। छोटी गलती पर ही पंजीयन रद करने समेत अन्य कड़े प्रावधान किए गए हैं, जबकि जीएसटी भरने की प्रक्रिया इतनी जटिल है कि 90 फीसद से अधिक व्यापारी इसके लिए चार्टर्ड एकाउंटेंट व एकाउंटेंट की मदद लेते हैं। ऐसे में उनकी गलती के लिए व्यापारियों को सजा देना उचित नहीं है। इस पर सरकार को व्यवहारिक तरीके से विचार करना चाहिए।बता दें कि 26 फरवरी को कैट ने एक दिन का भारत व्यापार बंद की घोषणा की है, जिसे लेकर दिल्ली के कारोबारी संगठनों में मिलीजुली प्रतिक्रिया दिख रही है। 

chat bot
आपका साथी