Delhi: डॉक्टर पति की कारस्तानी से महिला थी अंजान, जब पोल खुली तो खिसक गई पैरों तले जमीन
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि बेटी की उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने बैंक में लोन के लिए आवेदन किया। लेकिन बैंक ने यह कहते हुए लोन देने से मना कर दिया कि उन्होंने पहले से ही भारी भरकम लोन ले रखा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (इओडब्ल्यू) ने पत्नी को बिना बताए फर्जी तरीके से उसके नाम पर लोन लेकर करोड़ो रुपये की धोखाधड़ी करने वाले डाक्टर को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने पत्नी के फर्जी दस्तावेज और साइन करके दो करदाता कंपनियों से भारी भरकम लोन लिया था। लेकिन रकम को चुका नहीं रहा था। वहीं महिला को अपने पति की कारिस्तानी का पता नहीं था। जब वह बैंक में लोन लेने गई तब उन्हें पति के फर्जीवाड़े की जानकारी हुई ।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि बेटी की उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने बैंक में लोन के लिए आवेदन किया। लेकिन बैंक ने यह कहते हुए लोन देने से मना कर दिया कि उन्होंने पहले से ही भारी भरकम लोन ले रखा है। जिसे वह चुका नहीं रही हैं। जब उन्हें इसकी जानकारी हुई तो वह हैरान हो गई। उन्होंने इसकी जांच किया तो पता चला कि उनके पति डा. सुधाकर आर्य ने एक करोड़ 39 लाख व एक करोड़ 85 लाख रुपये का लोन अलग-अलग करदाता कंपनियों से लिया हुआ है। जिसमें उनके पति ने उन्हें सह आवेदक के रूप में बनाया हुआ है।
इसके अलावा पीड़िता को पता चला कि उसके पति ने लोन के आवेदन फार्म पर उसके हस्ताक्षर, पैन कार्ड व मतदाता पहचान पत्र फर्जी जमा किए थे। मामले में आरोपित को पकड़ने के लिए एसआइ सुनील कुमार, एएसआइ मेघ पाल और हवलदार धनवीर की एक टीम गठित की गई। टीम आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला है कि आरोपित डा. सुधाकर आर्या नर्सिंग होम चलाता है। और अपनी पत्नी से वर्ष 2006 से अलग रह रहा है।