दिल्ली में नंदू गिरोह का बदमाश मुठभेड़ के बाद चढ़ा पुलिस के हत्थे, चली छह राउंड गोलियां
द्वारका जिला पुलिस की स्पेशल स्टाफ टीम ने नंदू गिरोह के एक बदमाश को मुठभेड़ के बाद दबोच लिया। मुठभेड़ के दौरान दोनों तरफ से छह राउंड गोलियां चली। इसमें पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए वहीं बदमाश अनिल जून के दोनों पैरों में गोली लगी।
नई दिल्ली [भगवान झा]। द्वारका जिला पुलिस की स्पेशल स्टाफ टीम ने नंदू गिरोह के एक बदमाश को मुठभेड़ के बाद दबोच लिया। मुठभेड़ के दौरान दोनों तरफ से छह राउंड गोलियां चली। इसमें पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए वहीं बदमाश अनिल जून के दोनों पैरों में गोली लगी। आरोपित अनिल पर दिल्ली पुलिस में एक एएसआइ के बेटे की हत्या का अरोप है। इसके पास से एक पिस्टल, दो कारतूस व एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद हुई है।
द्वारका जिला के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में अपराध पर लगाम लगाने के लिए स्पेशल स्टाफ की टीम बदमाशों को गिरफ्तार कर रही है। दिल्ली पुलिस के एएसआइ के बेटे की हत्या मामले में आरोपित की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी स्पेशल स्टाफ की टीम को सौंपी गई थी। छानबीन के दौरान पता चला कि आराेपित अनिल जून कपिल सांगवान उर्फ नंदू गिरोह का बदमाश है और आनेवाले दिनों में लोगों में दहशत पैदा कर रंगदारी वसूलने के लिए वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इसके बाद पुलिस टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के जरिये आरोपित की लोकेशन के बारे में पता करना शुरू किया।
इसी दौरान टीम को पता चला कि आरोपित अनिल जून 15 अक्टूबर की रात धूलसिरस इलाके में आनेवाला है। इसके बाद इंस्पेक्टर नवीन कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम सतर्क हुई और धूलसिरस गांव में जाल बिछा दिया। पुलिस टीम को एक मोटरसाइकिल पर धूलसिरस चौक पर अनिल आता हुआ दिखाई दिया। इसके बाद पुलिस ने उसे सरेंडर करने का कहा, लेकिन उसने पिस्टल निकालकर गोलियां चलानी शुरू कर दी।
बुलेट प्रूफ जैकेट होने के चलते पुलिसकर्मी बाल बाल बच गए। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने अपने बचाव में गोली चलाई। इससे अनिल के दोनों पैर में गोली लगी और वह गिर पड़ा। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर अस्पताल पहुंचाया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपित पर पहले भी लूट व आर्म्स एक्ट तहत मामला दर्ज है।
त्योहार के दौरान वह लोगों को डरा धमकाकर रंगदारी वसूलने की फिराक में था। साथ ही वह इस इलाके का सबसे बड़ा बदमाश बनना चाहता था। इसके लिए वह इलाके में हत्या की वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा था लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इसपर छावला थाने में पांच मामले दर्ज हैं।