दिल्लीः मुफ्त सर्जरी योजना से नहीं जुड़े हैं बड़े अस्पताल

दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सर्जरी के लिए एक महीने से अधिक का समय मिलने पर निजी अस्पतालों में मरीज को ऑपरेशन के लिए स्थानांतरित करने का प्रावधान है।

By Edited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 10:29 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 11:50 AM (IST)
दिल्लीः मुफ्त सर्जरी योजना से नहीं जुड़े हैं बड़े अस्पताल
दिल्लीः मुफ्त सर्जरी योजना से नहीं जुड़े हैं बड़े अस्पताल

नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली सरकारी की मुफ्त सर्जरी की योजना के तहत राजधानी के नामचीन व बड़े निजी अस्पतालों में नि:शुल्क सर्जरी की सुविधा पाने का खयाल अपने मन से निकाल दें। क्योंकि इस योजना से दिल्ली के ज्यादातर बड़े अस्पतालों ने दूरी बनाकर रखी है। इससे ज्यादातर मझोले व छोटे अस्पताल जुड़े हैं। ऐसे में इस योजना पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। बड़े अस्पतालों के नहीं जुड़ने के कारण ही ज्यादातर गल ब्लाडर, यूरोलॉजी व आंखों से संबंधित बीमारियों से पीड़ित मरीजों की सर्जरी हो पाती है। हालांकि गुरुग्राम व एनसीआर बड़े अस्पताल जरूर जुड़े हैं।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सर्जरी के लिए एक महीने से अधिक का समय मिलने पर निजी अस्पतालों में मरीज को ऑपरेशन के लिए स्थानांतरित करने का प्रावधान है। मार्च 2017 में ट्रायल के रूप में यह योजना शुरू हुई।

इसके बाद जुलाई 2017 में दिल्ली सरकार ने इसे बड़े स्तर पर लागू किया। तब इस योजना के तहत दिल्ली-एनसीआर के 48 अस्पतालों को शामिल किया गया था। इसमें 14 एनसीआर के निजी अस्पताल शामिल थे। शेष 34 दिल्ली के अस्पताल थे। इनमें से एक दिल्ली सरकार का स्वायत्तशासी अस्पताल यकृत व पित्त विज्ञान संस्थान (आइएलबीएस) शामिल है। इसके अलावा शेष 33 दिल्ली के निजी अस्पताल थे।

अब इस योजना से 56 अस्पताल जुड़ चुके हैं। इसमें दिल्ली के 12-13 अस्पताल ही ऐसे हैं जो जानेमाने हैं। यहां के करीब 15 बड़े अस्पताल इस योजना से नहीं जुड़े हैं, जबकि यही अस्पताल ज्यादा चर्चित व सुविधा संपन्न हैं। इस बाबत दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मुफ्त सर्जरी की योजना से जुड़ना सभी निजी अस्पतालों के लिए बाध्यकारी नहीं है। यह अस्पताल पर निर्भर करता है कि वे इससे जुड़ना चाहते हैं या नहीं। वर्तमान समय में इस योजना से दिल्ली-एनसीआर के 56 अस्पताल जुड़े हैं और मरीज इसका लाभ उठा रहे हैं।

एक साल में 1615 मरीजों की सर्जरी
इस योजना के करीब एक साल में (मई 2018 तक) निजी अस्पतालों में करीब 1615 मरीजों की मुफ्त सर्जरी हो पाई। इसमें ज्यादातर मरीजों की सर्जरी गल ब्लाडर, यूरोलॉजी व आंखों से संबंधित थीं। मात्र 16 मरीजों की हृदय की व 80 मरीजों की जनरल सर्जरी हुई थी। अस्पतालों को दिल्ली आरोग्य कोष से भुगतान करने का प्रावधान है। इस योजना में शामिल कई अस्पताल बिल बकाया होने से नाखुश हैं।

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