कोरोना टेस्ट करवाने से घबरा रहे प्रदर्शनकारी, संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य मंजीत राय को सरकार पर शक

संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य मंजीत राय ने बताया कि हरियाणा सरकार की ओर से कोरोना संबंधी किसी प्रकार की जांच में वे शामिल नहीं होंगे क्योंकि अगर उनको जांच की जरूरत है तो वो जांच वे खुद करवाएंगे।

By Jp YadavEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 03:02 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 03:02 PM (IST)
कोरोना टेस्ट करवाने से घबरा रहे प्रदर्शनकारी, संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य मंजीत राय को सरकार पर शक
किसान नेताओं को लगता है कि जांच के नाम पर हरियाणा सरकार बल प्रयोग कर उन्हें हटा सकती है।

नई दिल्ली/सोनीपत, जागरण संवाददाता। दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण अपना कहर बरपा रहा है। तेजी से बढ़ रहे कोरोनों के मामलों के बीच जहां देश में 24 घंटे में 2000 लोगों की जान जा रही है तो दिल्ली 200 से ज्यादा लोग जान गंवाने लगे हैं। इस बीज दिल्ली-एनसीआर के बॉर्डर पर बैठे किसान इस विपरीत हालात में आंदोलन स्थगित करने के लिए तैयार नहीं हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के सुर ही अलग-अलग हैं। कोई कहता है कि कोरोना का टीका लगवाएं तो कोई इससे इनकार ही कर रहा है। ताजा मामले में संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य मंजीत राय ने कोरोना की जांच नहीं करवाने के पीछे यह तर्क दिया है  कि कहां सरकार जांच के नाम थोखा न कर दे।  

 कोरोना की जांच नहीं कराएंगे आंदोलनकारी

संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य मंजीत राय (Manjit Rai, member of Sanyukt Kisan Morcha) का कहना है कि पिछले दिनों सोनीपत जिला प्रशासन के साथ उनकी एक बैठक भी हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि हरियाणा सरकार की ओर से कोरोना संबंधी किसी प्रकार की जांच में वे शामिल नहीं होंगे क्योंकि अगर उनको जांच की जरूरत है तो वो जांच वे खुद करवाएंगे।

किसान आंदोलन खत्म करवा सकती है सरकार

किसान नेता मंजीत राय का कहना है कि हरियाणा सरकार जांच के नाम पर उनके साथ भी धोखा कर सकती है। नेताओं को लग रहा है कि जांच के नाम पर हरियाणा सरकार बल प्रयोग कर उन्हें यहां से हटा सकती है और पिछले साढ़े चार महीने से चला रहा किसान आंदोलन खत्म करवा सकती है।

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वहीं, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ताजा बयान में कहा है कि प्रदर्शनकारी किसान टीका जरूर लगवाएंगे। कुछ किसानों का कहना है कि वे अपने गृहराज्य में ही कोरोना का टीका लगवा कर बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं। वह बीच में जाकर कोरोना के टीके की दूसरी डोज भी लगवाकर आ जाएंगे। 

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