जानिए सदर बाजार और भागीरथ पैलेस में आजकल किस पटाखे की मची हुई है धूम, बच्चों को आ रहा खासा पसंद

सदर बाजार व भागीरथ पैलेस समेत अन्य बाजारों में आजकल माचिस बंदूक धूम मचा रही है। जिससे खरीदारों के साथ दुकानदारों में खुशी है। ये बंदूक पटाखा तो नहीं है लेकिन चलाते समय पटाखों की तरह तेज आवाज जरूर करती है। केवल माचिस की तीली डालकर चलाया जाता है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 12:59 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 12:59 PM (IST)
जानिए सदर बाजार और भागीरथ पैलेस में आजकल किस पटाखे की मची हुई है धूम, बच्चों को आ रहा खासा पसंद
सदर बाजार व भागीरथ पैलेस समेत अन्य बाजारों में आजकल माचिस बंदूक धूम मचा रही है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। माचिस केवल आग ही नहीं लगा सकती, बल्कि धमाका भी करती है। रोशनी का पर्व दीपावली करीब आ रहा है। वायु प्रदूषण को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी में पटाखा बेचने व जलाने पर प्रतिबंध है। इसके स्थान पर कई अन्य विकल्प आ गए हैं। जिसको देखकर लोग आकर्षित हो रहे हैं। सदर बाजार व भागीरथ पैलेस समेत अन्य बाजारों में आजकल माचिस बंदूक धूम मचा रही है। जिससे खरीदारों के साथ दुकानदारों में खुशी है। ये बंदूक पटाखा तो नहीं है, लेकिन चलाते समय पटाखों की तरह तेज आवाज जरूर करती है। इसके अंदर केवल माचिस की तीली डालकर चलाया जाता है। यह बंदूक बच्चों के बीच काफी पसंद की जा रही है। बाजारों में 70 से 100 रुपये के बीच में है।

इसके अलावा बच्चों के लिए पाप पाप इको पटाखे भी मौजूद हैं। पहले बाजारों में ज्यादातर चीन से निर्मित पटाखों की बिक्री होती थी। जिससे प्रदूषण भी अधिक होता था। इस बार पटाखों के विकल्प उत्पाद पूरी तरह से स्वदेशी हैं। चांदनी चौक में दूर-दूर से लोग खरीदारी करने आ रहे हैं। दुकानदारों का दावा है कि इस बंदूक से न के बराबर प्रदूषण होता है। पटाखों पर प्रतिबंद लगने से पटाखा विक्रेता परेशान थे। स्वदेशी माचिस बंदूक ने उन्हें एक नई उम्मीद दिखाई है। भागीरथ पैलेस के दुकानदारों ने बताया कि सोचा था कि इस वर्ष दिवाली पर कमाई नहीं होगी, लेकिन इस बंदूक ने हमारी कमाई पहले से और बढ़ा दी है। सुबह सामान लाते हैं तो दिन तक खत्म हो जाता है। जिससे लोग पहले से बुकिंग दे रहे हैं।

हरिनगर से खरीदारी करने आए लोकेश ने बताया कि दिवाली करीब आ रही है तो बच्चे पटाखों की मांग कर रहे हैं। बाजार से गुजर रहे थे तो यह अनोखी बंदूक दिखी। इसकी कीमत भी कोई ज्यादा नहीं है। पटाखों के बदले यह बेहतर विकल्प है।चोरी-छिपे बिक रहे हैं पटाखेपटाखों में प्रतिबंद के बावजूद बाजारों में चोरी-छिपे पटाखे बिक रहे हैं। लोग अधिक कीमत देकर उन्हें खरीद रहे हैं।

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