Rapid Rail News Update : जानिये- UP-दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में दौड़ने वाली रैपिड मेट्रो कहां होगा 'इलाज'

Rapid Rail News Update तीन लाइनों दिल्ली-मेरठ दिल्ली-अलवर और दिल्ली-पानीपत के बीच दौड़ने वाली रैपिड रेल मेट्रो कास्टेबलिंग यार्ड (डिपो) दिल्ली के जंगपुरा में बनेगा। दरअसल ट्रेनों की पार्किंग रखरखाव और मरम्मत का कार्य यहीं पर होगा।

By Jp YadavEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 01:22 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 01:22 PM (IST)
Rapid Rail News Update : जानिये- UP-दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में दौड़ने वाली रैपिड मेट्रो कहां होगा 'इलाज'
जानिये- UP-दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में दौड़ने वाली रैपिड मेट्रो कहां होगा 'इलाज'

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। फेज एक में रैपिड रेल भले ही तीन लाइनों दिल्ली-मेरठ, दिल्ली-अलवर और दिल्ली-पानीपत के बीच दौड़ेगी, लेकिन इन सभी का स्टेबलिंग यार्ड (डिपो) दिल्ली के जंगपुरा में बनेगा। इस यार्ड के लिए केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय ने एनसीआर परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) को जमीन भी आवंटित कर दी है। इसके साथ ही निगम ने सलाहकार की नियुक्ति के लिए टेंडर भी निकाल दिया है।

यह स्टेबलिंग यार्ड लाजपत नगर से आश्रम की ओर बढ़ते हुए रेलवे लाइन के पास की खाली जमीन पर बनेगा। फेज- एक की तीनों लाइनों की ट्रेनों की पार्किंग, रखरखाव और मरम्मत का कार्य यहीं पर होगा। ट्रेनों की साफ सफाई के लिए इस यार्ड में एक आटोमैटिक ट्रेन वाशिंग प्लांट लगाया जाएगा। परिचालन के दौरान सराय काले खां स्टेशन से सुबह के समय रैपिड रेल की सेवा प्रारंभ करने में यह यार्ड खासा मददगार साबित होगा। जंगपुरा का यह स्टेबलिंग यार्ड सराय काले खां स्टेशन के समीप होगा, जो आरआरटीएस (रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) कारिडोर का बहुत बड़ा ट्रांसपोर्ट हब बनने जा रहा है। चूंकि, सराय काले खां स्टेशन पर फेज एक के तीन कारिडोर मिल रहे हैं। यही नहीं, यहां से एक कारिडोर की ट्रेन को दूसरे कारिडोर की ओर ले जाने की सुविधा भी होगी।

ओसीसी भी होगा स्थापित

सबसे खास बात यह है कि जंगपुरा में एक आपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी) भी स्थापित किया जाएगा। इससे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कारिडोर के साथ-साथ फेज एक के दो अन्य कारिडोर दिल्ली-अलवर व दिल्ली-पानीपत कारिडोर का निगरानी और नियंत्रण भी किया जाएगा। इस तरह जंगपुरा का यह ओसीसी सेंटर पूरे आरआरटीएस कारिडोर का मुख्य बिंदु होगा।

तेज गति से चलेंगी ट्रेनें

आरआरटीएस एक तीव्र गति वाला रेल आधारित सिस्टम है। इसमें एक ही समय में ट्रैक पर तेज गति की कई ट्रेनें चल रही होंगी। ऐसे में सुरक्षित व समयबद्ध संचालन में ओसीसी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। आमतौर पर ओसीसी कक्ष में एक बड़ी इलेक्ट्रानिक डिस्प्ले स्क्रीन होती है, जो ट्रेनों की आवाजाही से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दिखाती है। चूंकि सभी डेटा रियल-टाइम में डाला जाता है।

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