जानिए कैसे पुलिस की पकड़ में आया नवनीत कालरा, करीबी रिश्तेदार ने छिपाने में की थी मदद

दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि 6 मई को कालरा के खान मार्केट स्थित दो रेस्तरां से 524 आक्सीजन कंसंट्रेटर बरामद होने के बाद वह भूमिगत हो गया था। एक दिन वह दिल्ली में ही लाजपत नगर व एक अन्य जगह पर छिपा रहा।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 06:07 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 09:51 AM (IST)
जानिए कैसे पुलिस की पकड़ में आया नवनीत कालरा, करीबी रिश्तेदार ने छिपाने में की थी मदद
आक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाज़ारी मामले में गिरफ्तार रेस्तरां कारोबारी नवनीत कालरा

 नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। आक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाज़ारी मामले में फरार रेस्तरां कारोबारी नवनीत कालरा को पुलिस ने उसके साले समर कुरेशी के मोबाइल लोकेशन व कालरा की दो लग्जरी कारों के नंबर के आधार पर पता करते हुए दबोच लिया। उसे मैदान गढ़ी थाना पुलिस की टीम ने रविवार देर रात गुरुग्राम के सोहना स्थित करण की खेरली गांव में बने आलीशान वाटिका फार्म हाउस से गिरफ्तार किया था। सोमवार को उसे थाने से ही साकेत कोर्ट में वर्चुअल तरीके से पेश किया। पुलिस ने पूछताछ के लिए कालरा के पांच दिन रिमांड की मांग की, इसपर महानगर दंडाधिकारी अर्चना बेनीवाल ने कालरा को तीन दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।

दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि 6 मई को कालरा के खान मार्केट स्थित दो रेस्तरां से 524 आक्सीजन कंसंट्रेटर बरामद होने के बाद वह भूमिगत हो गया था। एक दिन वह दिल्ली में ही लाजपत नगर व एक अन्य जगह पर छिपा रहा। उसके बाद दिल्ली छोड़कर गुरुग्राम में वह अपने ससुर मांस कारोबारी व इंडिया इस्लामिक सेंटर के अध्यक्ष सिराजुद्दीन कुरेशी के फार्म हाउस में जाकर छिप गया था। छतरपुर स्थित अपने फार्म हाउस से कालरा अपने परिवार के साथ दो लग्जरी कारों से भागा था। पुलिस से बचने के लिए उसने किसी चालक को साथ नहीं लिया था। फरार रहते हुए वह अपने घरेलू सहायक के फोन का इस्तेमाल कर रहा था। कुछ खास लोगों से वह फेसबुक और वाट्सएप काल के जरिये संपर्क में था।

पुलिस को जांच के दौरान कालरा की दोनों कार, जिनमें एक रॉल्स रॉयस भी थी, उसके नंबर का पता लग गया था। पुलिस ने जब कालरा के कुछ करीबियों पर नज़र रखना शुरू किया तब पता चला कि उसका साला समर कुरेशी जो महीने दो महीने में एक बार अपने फार्म हाउस जाता था, पिछले एक हफ्ते में वह तीन बार फार्म हाउस गया था। उसकी लोकेशन से पुलिस को यह जानकारी मिली, जिससे पुलिस का शक गहरा गया। एसआइ उमेश की टीम ने सोहना जाकर फार्म हाउस के आस पास रहकर कालरा की कारों पर नजर रखना शुरू किया। रविवार की रात कालरा की कार जब फार्म हाउस में घुसी तभी पुलिस टीम ने गुरुग्राम पुलिस के सहयोग से छापा मारकर उसे दबोच लिया।

कालरा के मोबाइल की जांच करने से पता चला कि गिरफ्तार होने से पूर्व उसने मदद के लिए दिल्ली पुलिस के एक पूर्व पुलिस आयुक्त, एक आइएएस और एक यूटी कैडर के अधिकारी को फोन किया था।

पूरे षड्यंत्र का पर्दाफाश करने के लिए हिरासत में लेकर पूछताछ जरूरी: अभियोजन

एनसीआर के अलग-अलग रेस्तरां से बरामद हुए 524 आक्सीजन कंसंट्रेटर के मामले में मुख्य आरोपित नवनीत कालरा को सोमवार को दिल्ली पुलिस ने साकेत कोर्ट में पेश किया। बचाव पक्ष के वकील विनीत मल्होत्रा ने कहा कि कालरा को दुर्भावनापूर्ण तरीके से गिरफ्तार किया गया है, जबकि उसकी जमानत याचिका पर मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है। कालरा ने सभी लेनदेन वैधानिक तरीके से किए हैं जिसकी डिटेल पुलिस को दी जा चुकी है। पुलिस ने कालरा का मोबाइल फोन भी जब कर लिया है। ऐसे में पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की कोई वजह नहीं बचती है। पुलिस कालरा के अकाउंटेंट से भी पूछताछ कर रही है।यदि पुलिस को लेनदेन की कुछ और जानकारी चाहिए तो वह भी उन्हें आधे घंटे के अंदर उपलब्ध कराई जा सकती है। मल्होत्रा ने कोर्ट से मांग की कि कालरा को उनका मोबाइल जांच अधिकारी की मौजूदगी में दिया जाए, ताकि वह अपना बकाया जीएसटी भर सकें तथा कर्मचारियों को वेतन भुगतान के लिए उनको चेक साइन करने की भी अनुमति दी जाए।

अभियोजन पक्ष की तरफ से पेश हुए एडवोकेट अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि कालरा व उसके साथियों ने आपदा के समय जरूरतमंद व्यक्तियों को महंगे दामों पर आक्सीजन कंसंट्रेटर बेचे। कंसंट्रेटर उन्हें देने से पहले ही उनका पूरा भुगतान लोगों से लिया। श्रीवास्तव ने अग्रिम जमानत याचिका पर दिए गए अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संदीप गर्ग के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि लेनदेन की पूछताछ और इस पूरे षड्यंत्र का पर्दाफाश करने के लिए हिरासत में लेकर पूछताछ जरूरी है। इसके बाद कोर्ट ने नवनीत कालरा को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।

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