जानिए दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुए उपद्रव से लोक निर्माण विभाग को कितने का हुआ था नुकसान, अब तक हालात नहीं हो पाए सामान्य
इसे संबंधित विभाग की उदासीनता ही कहा जा सकता है कि दिल्ली में हुए उपद्रव के पांच माह बाद भी सड़कों पर सभी कुछ क्षतिग्रस्त दिखाई दे रहा है। यहां तक कि आइटीओ पर पीडब्ल्यूडी मुख्यालय के सामने ही टूटी पड़ी ग्रिल की मरम्मत नहीं करा पा रहा।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। इसे संबंधित विभाग की उदासीनता ही कहा जा सकता है कि दिल्ली में हुए उपद्रव के पांच माह बाद भी सड़कों पर सभी कुछ क्षतिग्रस्त दिखाई दे रहा है। यहां तक कि आइटीओ पर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) अपने मुख्यालय के सामने ही टूटी पड़ी ग्रिल की मरम्मत तक नहीं करा पा रहा है। ऐसे में फुटओवर ब्रिज छोड़ कर प्रतिदिन दर्जनों लोगों द्वारा तेज वाहनों के बीच से सड़क पार की जाती है, जाम लगता है और दुर्घटनाएं होने की आशंका भी बनी रहती है।
ट्रैक्टर परेड के दौरान 26 जनवरी को हुए उपद्रव से लोक निर्माण विभाग को एक करोड़ से अधिक का नुकसान पहुंचा था। इसमें से करीब 50 लाख का नुकसान आइटीओ क्षेत्र में ही हुआ था। विभाग ने इस संबंध में पुलिस थानों में मुकदमे दर्ज कराए थे। इस बारे में लोक निर्माण विभाग मुख्यालय ने अपनी मेंटीनेंस डिवीजन से रिपोर्ट मांगी थी। कई जगह लाइटें व सूचना बोर्ड तोड़े गए और आइटीओ सहित तमाम क्षेत्रों में लगी स्टील की ग्रिल तोड़ दी गई थी। मगर विभाग इसे अभी तक ठीक नहीं करा पाया। जबकि इस घटना को पांच माह गुजर चुके हैं।
हालांकि पीडब्ल्यूडी के मुख्यालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कोरोना के चलते काम प्रभावित हुआ है। इस कार्य के लिए एक बार टेंडर फेल हो चुके हैं। अब फिर से टेंडर हो गए हैं। जल्द ही इस कार्य को पूरा करा लिया जाएगा। एक माह का समय लग जाएगा। लालकिले में अगले माह लग जाएंगे कलश 26 जनवरी को उपद्रव के दौरान जिन दो कलश को लालकिले के लाहौरी गेट के बीच से उपद्रवियों ने उतार लिया था। इन्हें अगले सप्ताह लगा दिया जाएगा। ये कलश उपद्रवी अपने साथ नहीं ले जा सके थे जो किले में ही एक स्थान पर रखे हुए मिल गए थे। इसके अलावा किले के प्रवेश द्वार पर टोकन से प्रवेश करने के सिस्टम को ठीक करा दिया जाएगा।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने इसके लिए टेंडर का काम पूरा कर लिया है। यह कार्य भी अगले सप्ताह से शुरू होगा। जिसे 31 जुलाई तक पूरा किया जाएगा। क्योंकि स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए 15 अगस्त को होने वाले वीवीआइपी समारोह की तैयारी के चलते लालकिला एक अगस्त से जनता के लिए बंद कर दिया जाएगा। सुरक्षा बढ़ जाने के चलते एएसआइ को अपने कार्य को इससे पहले ही पूरा कराना होगा। लालकिले के झंडारोहण स्थल और लाहौरी गेट क्षेत्र को सुरक्षा की ²ष्टि से केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपने कब्जे में ले लिया है।