धरती के 'भगवान' बोले- कोरोना टीका जरूर लगवाएं दिल्ली के लोग, आसान हो जाएगी 'मौत' से लड़ाई
टीकाकरण के बाद कोरोना संक्रमित हुए मरीजों में गंभीर लक्षण अभी तक नहीं दिखाई दिए हैं। वास्तव में टीका लोगों की जिंदगी बचा रहा है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के गंभीर लक्षण से बचना है तो टीकाकरण बहुत ही आवश्यक है।
नई दिल्ली [भगवान झा]। कोरोना संक्रमितों के दिन ब दिन बढ़ रहे आंकड़े दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार के साथ लोगों के लिए भी चिंता का सबब बना हुआ है। यहां तक कि टीकाकरण के एक या फिर दोनों डोज लेने के बाद भी लोग वायरस की जद में आ रहे हैं, लेकिन इस बीच राहत की बात यह है कि टीकाकरण के बाद कोरोना संक्रमित हुए मरीजों में गंभीर लक्षण अभी तक नहीं दिखाई दिए हैं। वास्तव में टीका लोगों की जिंदगी बचा रहा है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के गंभीर लक्षण से बचना है तो टीकाकरण बहुत ही आवश्यक है।
दिल्ली के नामी सर गंगाराम अस्पताल के चेस्ट मेडिसीन विशेषज्ञ डॉ. बाबी भालोत्रा ने बताया कि टीकाकरण के बाद अच्छी एंटी बॉडी के साथ ही टीसेल इम्यूनिटी विकसित हो रही है। ऐसे में अगर टीकाकरण के बाद कोई कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं तो उनमें गंभीर लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे अस्पताल में टीका लगाने के बाद 37 डॉक्टर व नर्स कोरोना से संक्रमित हो गए थे, लेकिन एक में भी गंभीर लक्षण नहीं दिखाई दिए और धीरे-धीरे सभी ठीक हो गए हैं। सभी में हल्का संक्रमण था। उन्होंने कहा कि टीके को जितना कार्य करना चाहिए वह कर रहा है।
इस बाबत द्वारका स्थित मणिपाल अस्पताल में पल्मोनोलाजी कंसल्टेंट डॉ. देविंदर कुंद्रा ने बताया कि अभी अस्पताल में 15-20 प्रतिशत मरीज ऐसे आते हैं जिन्होंने टीका लगा लिया है। लोग यह सोचते हैं कि टीका लगाने के बाद भी वे क्यों संक्रमित हो गए। इसका कारण यह है कि टीके का पहला डोज लेने के बाद लोग लापरवाह हो जाते हैं और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन नहीं करते। ऐसे में कोरोना वायरस की चपेट में आना स्वाभाविक है।
उन्होंने कहा कि टीका लगाने के 21 दिन बाद एंटी बाडी विकसित होनी शुरू होती है। ऐसे में अगर टीका लगा भी लिया है तो मास्क पहनने के साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि टीका लगाने के बाद भी संक्रमित होने का खतरा रहता है, लेकिन सुकून की बात यह है कि ऐसे लोगों में गंभीर लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं। वह साधारण दवा से ही ठीक हो रहे हैं। आज के समय में यह बहुत बड़ी बात है।
मेरी उम्र 75 वर्ष है। 16 मार्च को टीके की पहली डोज ली थी। 10 अप्रैल को मुझे बुखार आना शुरू हुआ और मैंने एहतियातन कोरोना जांच कराई। 13 अप्रैल को रिपोर्ट पाजिटिव आई। इसके बाद से होम आइसोलेशन में हूं। कोई ज्यादा परेशानी नहीं हो रही है। हल्का बुखार आता है जो कि दवाई से ठीक हो रहा है। मैं धीरे-धीरे ठीक हो रहा हूं। कोरोना संक्रमण की गंभीरता से बचना है तो टीका लगाना बहुत आवश्यक है। -पीएस सहरावत, द्वारका