कोरोना वायरस ने आखिर कैसे बढ़ा दी देश की राजधानी दिल्ली की मुश्किल, पढ़िये- यह रिपोर्ट
British Variant Of Coronavirus दिल्ली में रविवार को 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 22 हजार 933 नए मामले सामने आए हैं जबकि कोरोना से 350 लोगों की मौत हुई। वहीं 24 घंटे में संक्रमण दर 30.21 रही।
नई दिल्ली, एजेंसी। देश की राजधानी दिल्ली में रविवार को 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 22 हजार 933 नए मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से 350 लोगों की मौत हुई। वहीं, 24 घंटे में संक्रमण दर 30.21 रही। हालांकि इस समयावधि में 21 हजार 71 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं। उधर, 52 हजार 296 संक्रमित अपने घर में रहकर ही इलाज करवा रहे हैं। दिल्ली में अब कंटेनमेंट जोन की संख्या 27 हजार 366 तक पहुंच गई है और इसमें लगातार इजाफा होने के आसार ही नजर आ रहे हैं। उधर, पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस के छह वैरिएंट (प्रकारों) से त्राहि-त्राहि कर रही है। वहीं इस वैश्विक महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत में तीन वैरिएंट ने इस बार कहर बरपाया है। ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के यह वैरिएंट भारतीयों के लिए बेहद घातक साबित हुए हैं। ब्रिटिश वंशावली का वैरिएंट (बी.1.1.7), दक्षिण अफ्रीका की वंशावली का वैरिएंट (बी.1.351) और ब्राजील का वैरिएंट (पी.1) की भारत में पहचान की गई है। पिछले साल जब विदेश से भारत में कोरोना के संक्रमण की दस्तक हुई तो महाराष्ट्र सबसे बुरी तरह से प्रभावित हुआ था। अब पाया गया है कि वहां के कुल दर्ज किए गए मामलों में से बीस प्रतिशत मामले में डबल म्यूटेशन हुआ था जो भारतीय वैरिएंट बी.1.617 की वंशावली का ही है।
नेशनल सेंटर फार डिसीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के जारी आंकड़ों के मुताबिक इसमें सबसे घातक यानी वैरिएंट ऑफ कनर्सन (वीओसी) ब्रिटिश वैरिएंट (बी.1.617) की वंशावली का है। यह सबसे तेजी से फैलता है और इसका सर्वाधिक संक्रमण देश की राजधानी दिल्ली में देखा गया है।
मार्च के दूसरे हफ्ते में दिल्ली में 28 फीसद नमूनों में ब्रिटिश वैरिएंट देखने को मिला। जबकि मार्च के चौथे हफ्ते में यह वैरिएंट 50 फीसद तक फैल चुका था। जबकि चुनाव प्रक्रिया से गुजर रहे पश्चिम बंगाल में सभी किस्म के वैरिएंट पाए गए हैं।
प्रमुख वायरोलाजिस्ट डॉ.शाहिद जमील ने बताया कि करीब 15 हजार वायरस सीक्वेंस में इन छह वीओसी का प्रभाव है। भारत में सबसे अधिक असर बी.1.1.7 का है और पश्चिम बंगाल में मुख्यत: बी.1.351 पाया गया है। जबकि पी.1 वीओसी दो या तीन ही मिले। पंजाब में 80 फीसद संक्रमण में बी.1.1.7 वैरिएंट का सर्वाधिक असर है।