Chhath Puja 2021: छठ पर्व के समापन पर जहरीले झाग के बीच यमुना में श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी, देखें वीडियो
दिल्ली-एनसीआर में बृहस्पतिवार को सूर्य के निकलने का समय 6 बजकर 41 मिनट था लेकिन प्रदूषण की वजह से सूर्य नहीं दिखाई दिया। इसके बाद लाखों श्रद्धालुओं ने बिना सूर्य को देखे अर्घ्य देकर अपना व्रत खत्म किया।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही दिल्ली-एनसीआर समेत समूचे देश में चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ का समापन हो गया। वहीं, करवा चौथ की तरह छठ पर्व पर भी दिल्ली-एनसीआर के लोगों को बड़ा झटका लगा। दरअसल, दिल्ली-एनसीआर में छाए स्माग की वजह से सूर्य नहीं दिखा्ई दिया, ऐसे में बिना सूर्य को देखे ही लोग अर्घ्य देने के लिए मजबूर हुए। हालांकि, 9 बजे बाद सूर्य के दर्शन हुए, लेकिन ज्यादातर लोग अर्घ्य दे चुके थे। इस बीच यमुना नदी में जहरीला झाग बरकरार है। बृहस्पतिवार सुबह छठ पर्व के समापन पर कुछ श्रद्धालुओं ने जहरीले झाग के बीच यमुना में स्नान किया।
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में बने 1000 से अधिक छठ घाटों पर मौजूद श्रद्धालु सूर्य के निकले का इंतजार कर रहे थे, लेकिन उन्हें निराशा मिली। मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में बृहस्पतिवार को सूर्य के निकलने का समय 6 बजकर 41 मिनट था, लेकिन प्रदूषण की वजह से सूर्य नहीं दिखाई दिया। इसके बाद लाखों श्रद्धालुओं ने बिना सूर्य को देखे अर्घ्य देकर अपना व्रत खत्म किया।
उगते सूर्य को अर्घ्य से आज संपन्न होगी पूजा
सोमवार से नहाय-खाय से शुरू हुए छठ पर्व में मंगलवार को खरना के साथ निर्जला व्रत शुरू हुआ था। बुधवार को श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। बृहस्पतिवार सुबह उगते सूर्य को श्रद्धालु अर्घ्य देंगे फिर इसके बाद पूजा-अर्चना कर व्रती प्रसाद ग्रहण कर व्रत पूरा करते हैं।
#WATCH | Devotees take holy dip in Yamuna river despite toxic foam, near Kalindi Kunj in Delhi on the last day of Chhath puja pic.twitter.com/QdOhOWgC4A— ANI (@ANI) November 11, 2021
इससे पहले बुधवार शाम को व्रतियों ने भगवान भास्कर की विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर सूप में ठेकुआ, गन्ना, नारियल, मूली व अन्य पूजन सामग्री चढ़ाई। इसके बाद व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। सुबह से छठ घाटों पर श्रद्धालु पहुंचने लगे, लेकिन शाम होते-होते घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ दिखी। घाटों पर महिलाएं छठ गीत गा रही थीं। महिलाएं नंगे पैर और पुरुष दंडवत करते घाटों पर पहुंचते दिखे। कई लोगों ने घरों में भी अर्घ्य दिया। घरों में सुबह से प्रसाद बनना शुरू हो गया था, जिससे घरों में भक्तिमय माहौल था। मध्य दिल्ली के गली-मोहल्लों में बने कृत्रिम घाटों पर दिनभर छठ गीत सुनाई दिए, जिससे पूरा माहौल छठमय नजर आया। वेस्ट पटेल नगर के नेहरू नगर, गोल मार्केट और कालीबाड़ी मार्ग स्थित पीएनटी कालोनी, बिड़ला मंदिर में बनाए गए कृत्रिम घाटों पर श्रद्धालुओं ने पूजन किया।दोस्तों और स्वजन को भेजे शुभ संदेश सुबह से ही लोग स्वजन और दोस्तों को छठ पूजा के शुभकामनाओं से भरे अलग-अलग तरह के संदेश वाट्सएप पर भेजते रहे। इससे इंटरनेट मीडिया में भी छठ के गीत सुनने को मिले, वहीं लोग छठ की तस्वीरों को एक-दूसरे से साझा कर रहे थे।
व्रतियों का सम्मान करने छठ घाट पर पहुंचे मुख्यमंत्री
उधर, भगवान भास्कर की उपासना के महापर्व के तीसरे दिन बुधवार को मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल छठ घाट पर पहुंचे। उन्होंने व्रतियों का सम्मान किया और अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित दिया। उन्होंने लोगों को कोरोना से बचाव करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि सभी की मनोकामना पूरी हों। किदवई नगर ईस्ट में आयोजित छठ पूजा में बुधवार शाम मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल पहुंचे और पूजा में शामिल हुए। उन्होंने सभी को छठ महापर्व की शुभकामना देते हुए कहा कि छठ मैया सबकी मनोकामना पूरी करें। उन्होंने कहा कि हमने कोरोना को हराया जरूर है, लेकिन महामारी अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। इसलिए सभी को कोरोना से बचाव के लिए नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर लोगों को सचेत करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार डेंगू से बचाव और रोकथाम को लेकर पूरी तरह से सतर्क है। मौसम बदल रहा है। उम्मीद है कि हफ्ता-दस दिन में डेंगू पर भी नियंत्रण पा लिया जाएगा।