हवा को साफ भी करता है यह हीटर, गैस के अलावा चाहें तो तेल व बिजली से भी चलाएं

महज 17 भागीदार होने के बावजूद दिल्ली के प्रगति मैदान में बुधवार से शुरू हुए अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में विदेशी मंडप इस बार भी दर्शकों को लुभा रहा है।

By Edited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 08:36 PM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 12:57 PM (IST)
हवा को साफ भी करता है यह हीटर, गैस के अलावा चाहें तो तेल व बिजली से भी चलाएं
हवा को साफ भी करता है यह हीटर, गैस के अलावा चाहें तो तेल व बिजली से भी चलाएं

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। महज 17 भागीदार होने के बावजूद दिल्ली के प्रगति मैदान में बुधवार से शुरू हुए अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में विदेशी मंडप इस बार भी दर्शकों को लुभा रहा है। हॉल नंबर-10 में लगे इस मंडप में तकनीक, घरेलू उपयोगी, साज- सज्जा और खानपान से जुडे़ उत्पाद खासतौर पर प्रदर्शित किए गए हैं। चीन के एक स्टॉल पर ऐसा हीटर प्रदर्शित है जो हवा को गर्म ही नहीं करता, बल्कि प्रदूषित हवा को साफ भी करता है।

ऑयल, गैस व बिजली तीनों से चलने वाले इस हीटर में एक फिल्टर लगा हुआ है। टर्की के स्टॉल पर लाइटिंग व झूमर दर्शकों को पसंद आ रहे हैं। इनकी कीमत दो से लेकर 50 हजार तक है। इसी स्टॉल पर रशियन सिल्वर और ब्रास की ज्वैलरी महिलाओं- युवतियों को लुभा रही है।

थाईलैंड के स्टॉल पर गमले में लगे कृत्रिम पौधे और फूल आकर्षित करते हैं तो अफगान और ईरान के सूखे मेवे दर्शकों को ललचाते हैं। विदेशी मंडप में उक्त देशों के अलावा हागकाग, इंडोनेशिया, किर्गिस्तान, साउथ कोरिया, म्यांमार, स्वीडन, टयूनीशिया, तिब्बत, यूएई, यूके और वियतनाम आदि देशों के भी स्टॉल हैं। खादी के परिधान बन रहे युवाओं की पसंद व्यापार मेले में खादी भी दर्शकों को लुभा रही है।

खादी विक्रेता शक्ति सिंह ने बताया कि सूती, रेशमी और ऊनी खादी के परिधान न सिर्फ फैशन से कदमताल मिला रहे हैं बल्कि सस्ते होने के कारण सभी पहुंच में भी होते हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जन्मशती के उपलक्ष्य में इस बार मेले में हॉल नं. सात में विशेष खादी मंडप भी बनाया गया है।

मंत्री ने मुफ्त में नहीं लिया उपहार
उद्घाटन के बाद केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने कुछ स्टॉलों का दौरा भी किया। इस दौरान जब उन्होंने तिहाड़ जेल के उत्पाद देखे तो वहां उन्हें एक गिफ्ट हैंपर उपहार में दिया गया। मंत्री महोदय ने उसे स्वीकार तो किया मगर साथ ही ढाई हजार रुपये भी दे दिए। इस दौरान संस्कृति मंत्री के साथ केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्यमंत्री सीआर चौधरी ने वहां लगी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ सेल्फी भी ली।

पहली बार दिखी बिहार की मजूषा आर्ट
इस बार व्यापार मेले में बिहार मंजूषा आर्ट को प्रदर्शित किया गया है। यह चित्रकारी से संबंधित आर्ट है। बिहार की तीन कला मधुबनी पेंटिंग, मंजूषा और टिकुली बहुत प्रसिद्घ हैं। यह चित्रकारी से जुड़ी कलाएं हैं। इसके अलावा यहा टेराकोटा आर्ट को भी प्रदर्शित किया गया है, जो 15 दिनों में तैयार होती है। बिहार के उद्योग निदेशक पंकज कुमार सिंह ने बताया कि इस बार 133 वर्गमीटर जगह मिली है जबकि पिछली बार 300 वर्गमीटर जगह मिली थी। ऐसे में बिहार की सभी कलाओं और उत्पादों को यहा प्रदर्शित करना संभव नहीं था। लिहाजा, यहा कलाकारों को समूह के रूप में बुलाया गया है।

राजस्थानी फूड और हस्तशिल्प बना आकर्षण
राजस्थानी व्यंजन और हस्तशिल्प भी दर्शकों की पसंद बन रहे हैं। यहा के अचार, पापड़, तिल चट्टी और सूखे मसाले को लोग खूब भाव दे रहे हैं। मंडप प्रभारी ने बताया कि इस बार पहले ही तुलना में जगह काफी कम है। इसीलिए चुनिंदा आइटमों को ही जगह दी गई है। सर्दियों के सीजन में रजाई सहित ऐसे कई आइटम हैं जो लोगों को लुभाएंगे। राजस्थानी जूती भी लोगों को बहुत लुभा रही हैं।

60 हजार की तनछुई जामावार साड़ी

उत्तर प्रदेश के मंडप में एक साड़ी लोगों के आर्कषण का केंद्र बनी हुई है। तीन महीने में चार कारीगरों की मेहनत से तैयार साड़ी की कीमत 60 हजार रुपये है।

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