आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की खेल प्रतिभा को निखार रहे अभिषेक, देश-विदेश में नाम हो रहा रोशन

अभिषेक सोनिया विहार स्थित यमुना खादर में प्रतिभाशाली बच्चों को खेलकूद के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए खुद की एक यमुना टैलेंट एंड स्पोर्ट्स अकादमी चलाते हैं जिसके माध्यम से वह गरीब व जरूरतमंद बच्चों को जिला राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं में भाग दिलवाते हैं।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 05:03 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 05:03 PM (IST)
आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की खेल प्रतिभा को निखार रहे अभिषेक, देश-विदेश में नाम हो रहा रोशन
ट्राफी जीतने के बाद बच्‍चों के साथ खुशी मनाते हुए अभिषेक। फोटो- रितु राणा।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। वर्तमान दौर में दुनियाभर में खेलों को लेकर आकर्षण बढ़ा है, खेलों से राष्ट्रीय भावना का विकास होता है। विश्व पटल पर खेलों के माध्यम से देश का नाम तो रोशन होता है साथ ही खिलाड़ियों को भी भरपूर नाम और शोहरत मिलती है। इसी भावना से आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के अंदर छिपी खेल की प्रतिभा को निखारने का प्रयास कर रहे हैं अभिषेक। 

अभिषेक सोनिया विहार स्थित यमुना खादर में प्रतिभाशाली बच्चों को खेलकूद के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए खुद की एक यमुना टैलेंट एंड स्पोर्ट्स अकादमी चलाते हैं, जिसके माध्यम से वह गरीब व जरूरतमंद बच्चों को जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं में भाग दिलवाते हैं। वहीं, कोरोना में जब बच्चे घर पर हैं, तब भी अभिषेक फोन व वीडियो कॉल के माध्यम से लगातार उनसे संपर्क में हैं।  वह बच्चों को खेलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

सोनिया विहार निवासी अभिषेक 2014 से यमुना खादर तीसरे पुश्ते पर यह अकादमी चला रहे हैं। जहां वह करीब 1200 बच्चों को कबड्डी, खोखो, फुटबॉल व अन्य कई खेल का प्रशिक्षण देते हैं और यह बच्चे बड़े ही उत्साह से इन खेलों में भाग लेते हैं। अभिषेक कहते हैं कि खेल हमारे सर्वांगीण विकास के लिए बहुत ही बेहतरीन टाॅनिक है।

स्वास्थ्य के लिए भी खेल बहुत आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि खेल हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है। खेल हमारे शारीरिक व मानसिक विकास में सहायक होते हैं। उनका एक ही उद्देश्य है कि वह उन आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को आगे बढ़ाना चाहते हैं जिनके अंदर खेल प्रतिभा विद्यमान है। अभिषेक ने बताया कि खेल इंडिया खेल 2020 में आयोजित होने वाले खेलों में भी उनके प्रशिक्षु भाग लेंगे, जिसके लिए वह तैयारी में भी जुट गए हैं। अभिषेक उन्हें फोन व वीडियो कॉल पर रणनीति बताते हैं और किस तरह तैयारी करके वह अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं, इसके लिए प्रेरित करते हैं।

प्रशिक्षु कर रहे नाम रोशन

अभिषेक के प्रशिक्षु दिल्ली ही नहीं दूसरे राज्यों व देशों में भी जाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। 2018 में गोवा में आयोजित कबड्डी टूर्नामेंट में उनके प्रशिक्षुओं ने स्वर्ण पदक जीता। राजस्थान में आयोजित वूमन फेडरेशन ऑफ इंडिया फुटबाल चैंपियनशिप 2018 में चौथा स्थान व दिल्ली में आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट में अभिषेक के प्रशिक्षुओं ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। जिसमें उन्हें 51 हजार रुपये इनाम मिला था। इसके साथ ही अकादमी के 15 खिलाड़ी 2019 में हॉन्गकॉन्ग गए जहां उन्होंने रोपिंग व स्किपिंग प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त किया। इन सभी बच्चों को बाहर खिलाने ले जाने का पूरा खर्चा भी अभिशषेक खुद उठाते हैं।    

आत्मरक्षा के गुर भी सिखाए जा रहे

अभिषेक ने बताया कि खेलों के साथ साथ आज के दौर में छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर देने भी जरूरी  हैं। ताकि वह विपरीत परिस्थिति में खुद का बचाव कर सकें। ऐसे में अभिषेक अकादमी के माध्यम से कई छात्राओं को निशुल्क आत्मरक्षा के गुर भी सिखा रहे हैं। वह सैकड़ों छात्राओं इंडो किक मार्शल आर्ट्स सिखाते हैं। जिससे वह निडर व आत्मनिर्भर बने, उन्हें अपनी रक्षा के लिए किसी दूसरे पर निर्भर न रहना पड़े। वह छात्राओं को प्रेरित करने के लिए इंडो किक मार्शल आर्ट्स की प्रतियोगिता भी आयोजित कराते हैं।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो

chat bot
आपका साथी