दिल्ली के इस शख्स ने बनाया 9वां गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड, नाक से टाइपिंग करने में भी हैं माहिर; उपलब्धियां जान होगी हैरानी

विनोद ने इंडिया बुक आफ रिकार्ड्स के लिए दिल्ली में सिर्फ 45 सेकंड में नाक से टाइपिंग का रिकार्ड भी बनाया था। विनोद के मुताबिक रिकार्ड हमेशा टूटने के लिए होते हैं लेकिन फिर भी वो ऐसा रिकार्ड बनाना चाहते हैं जिसे कोई तोड़ न सके।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 06:05 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 08:59 AM (IST)
दिल्ली के इस शख्स ने बनाया 9वां गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड, नाक से टाइपिंग करने में भी हैं माहिर; उपलब्धियां जान होगी हैरानी
नाक से टाइपिंग करके गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करा चुके विनोद चौधरी

नई दिल्ली [राहुल चौहान]। नाक से टाइपिंग करके गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करा चुके विनोद चौधरी ने अब अपना नौ वां रिकार्ड गिनीज बुक में दर्ज कराया है। इससे पहले वह टाइपिंग की विभिन्न विधाओं में आठ अलग-अलग गिनीज रिकार्ड दर्ज करा चुके हैं। अब उन्होंने एक मिनट में 205 बार टेनिस बाल को हाथ में उछालने का एक नया रिकार्ड बनाया है। विनोद ने यह रिकार्ड 15 जनवरी 2021 को बनाया था। इस रिकार्ड के लिए उन्हें बाल को 180 बार उछालने का लक्ष्य दिया गया था। लेकिन उन्होंने 205 बार उछाल दिया। इसे भी गिनीज बुक में दर्ज कर लिया गया है।

विनोद जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में संविदा पर टाइपिस्ट की नौकरी करते हैं। वह प्रेम नगर-प्रथम, किराड़ी सुलेमान नगर में रहते हैं। विनोद ने नौ गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड और एक इंडिया बुक रिकार्ड बनाकर दिल्लीवासियों को गौरवान्वित किया है। उनका बिजली से चलने वाला तेज कीबोर्ड टाइपिंग कौशल भी दर्शकों को चकित करता है। वह अपनी उंगलियों से टाइप करने के अलावा नाक से भी टाइप कर सकते हैं। अब तक उन्होंने वर्ल्ड इंडिविजुअल में पांच रिकार्ड खिताब अपने नाम किए हैं।

विनोद ने इंडिया बुक आफ रिकार्ड्स के लिए दिल्ली में सिर्फ 45 सेकंड में नाक से टाइपिंग का रिकार्ड भी बनाया था। विनोद का लक्ष्य क्रिकेट के भगवान कहने जाने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम 19 विश्व रिकार्ड तोड़ना है। विनोद के मुताबिक रिकार्ड हमेशा टूटने के लिए होते हैं लेकिन फिर भी वो ऐसा रिकार्ड बनाना चाहते हैं जिसे कोई तोड़ न सके। असाधारण प्रतिभा के लिए चौधरी को वर्ल्ड रिकार्ड यूनिवर्सिटी यूके से डाक्टरेट की मानद उपाधि मिल चुकी है। विनोद बचपन से मिल्खा सिंह की तरह एथलीट बनना चाहते थे। वह स्कूल स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेते थे और 100 मीटर और 200 मीटर ट्रैक में प्रथम स्थान प्राप्त करते थे। तब उनमें दौड़ने का जुनून था। उन्हें नहीं पता था कि अपने टाइपिंग कौशल से उन्हें पूरी दुनिया में पहचान मिलेगी।

2014 में बनाया था पहला रिकार्ड

विनोद ने 34 साल की उम्र में पहली बार 2014 में अपनी नाक से टाइप करके मोहम्मद खुर्शीद हुसैन के 46.30 सेकेंड के रिकार्ड को तोड़ा था। तब से उन्होंने टाइपिंग और खेल की श्रेणियों में रिकार्ड बनाना और तोड़ना जारी रखा है।

विनोद द्वारा अब तक बनाए गए रिकार्ड

2014- नाक से टाइप करने का पहला रिकार्ड-46.30 सेकंड 2016- एक हाथ से सबसे तेज़ प्रकार-06.09 सेकंड 2016- सबसे तेज प्रकार की आंखों पर पट्टी-06.71 सेकंड 2017- माउथ स्टिक के साथ सबसे तेज़ प्रकार-18.65 सेकंड 2018- माउथ स्टिक के साथ सबसे तेज़ प्रकार-17.69 सेकंड 2019- एक उंगली से सबसे तेज टाइप-29.53 सेकंड 2019- माउथ स्टिक के साथ सबसे तेज़ प्रकार-17.01 सेकंड 2019- एक उंगली से सबसे तेज टाइप-21.69 2021-हाथ में सबसे ज्यादा छूने वाली टेनिस बाल एक मिनट-205

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