जेएनयू के इंजीनिय¨रग पाठ्यक्रम में पढ़ सकेंगे विदेशी छात्र
जेएनयू के इंजीनिय¨रग पाठ्यक्रम में विदेशी छात्रों का हो सकेगा दाखिला - जेएनयू प्रशासन ने जारी किए दिशा-निर्देश जागरण संवाददाता नई दिल्ली जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के स्कूल ऑफ इंजीनिय¨रग में अब विदेशी छात्र भी दाखिला ले सकेंगे। इसके संबंध में गुरुवार को जेएनयू प्रशासन ने दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। जेएनयू के कुलपति प्रो एम.जगदीश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय ह्यूमेनिटिज एवं साइंसेज जैसे पाठ्यक्रम में काफी मजबूत है। इसलिए हमने दो वर्ष पूर्व 201
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के स्कूल ऑफ इंजीनिय¨रग में अब विदेशी छात्र भी दाखिला ले सकेंगे। इसके संबंध में गुरुवार को जेएनयू प्रशासन ने दिशा-निर्देश जारी किए। जेएनयू के कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार ने कहा कि 2018 में जेएनयू में स्कूल ऑफ इंजीनिय¨रग को स्थापित किया गया।
अब फैसला किया गया है कि इसमें अंतरराष्ट्रीय छात्रों को दाखिला मिले। जेएनयू के स्कूल ऑफ इंजीनिय¨रग में पांच वर्ष के डुअल डिग्री (बीटेक के साथ एमटेक एवं मास्टर ऑफ साइंस पाठ्यक्रम) को पढ़ाया जाता है। जिसमें कंप्यूटर साइंस व इंजीनिय¨रग और इलेट्रॉनिक्स व कम्युनिकेशन इंजीनिय¨रग जैसे दो पाठ्यक्रमों को पढ़ाया जाता है। इन दोनों पाठ्यक्रमों की विशेषता है कि पहले चार वर्षो में पूरी तरह से इंजीनिय¨रग की पढ़ाई इनमें कराई जाएगी। इसके बाद अंतिम वर्ष में छात्र विशेषज्ञता वाले 12 पाठ्यक्रमों एवं भाषा के पाठ्यक्रमों को पढ़ सकते हैं।
एमएचआरडी की तरफ से विदेशी छात्रों के दाखिले के लिए निर्धारित योजना के तहत विदेशी छात्रों को जेएनयू में दाखिला मिलता है। कुलपति ने कहा कि इंजीनिय¨रग के पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए विदेशी छात्रों लिए 15 फीसद सीटें यानी 18 सीटें निर्धारित की गई हैं। दाखिले के संबंध में अन्य दिशा-निर्देशों को कोविड-19 के मौजूदा हालातों के बदलने पर तय किया जाएगा। 31 जुलाई तक बंद रहेगा जेएनयू वहीं, जेएनयू प्रशासन ने गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देश के मुताबिक विश्वविद्यालय को 31 जुलाई तक बंद रखने का फैसला किया है। इस दौरान प्रशासनिक कामकाज होते रहेंगे।