जामिया कुलपति ने पूर्व छात्रों से की मदद की अपील, कहा- देश के सर्वश्रेष्ठ पांच संस्थानों में शामिल होना लक्ष्य
जामिया मिल्लिया इस्लामिया रैंकिंग में गत वर्ष 10वें नंबर पर था जबकि इस बार चार अंकों की छलांग लगा छठवें नंबर पर पहुंचा। रैंकिंग जारी होने के बाद जामिया कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने पूर्व छात्रों के लिए अपील जारी की है।
नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने गत सप्ताह गुरुवार को नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) जारी किया था। जामिया मिल्लिया इस्लामिया रैंकिंग में गत वर्ष 10वें नंबर पर था जबकि इस बार चार अंकों की छलांग लगा छठवें नंबर पर पहुंचा। रैंकिंग जारी होने के बाद जामिया कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने पूर्व छात्रों के लिए एक अपील जारी की है। इसमें कहा गया है कि जामिया बहुत जल्द 101 साल का हो जाएगा। अकादमिक क्षेत्र में जामिया ने इन सालों में कई उपलब्धि हासिल की। एनआइआरएफ रैंकिंग में विश्वविद्यालय श्रेणी में छठवें जबकि उच्च शिक्षण संस्थानों की श्रेणी में 13वें स्थान पर है। जामिया की इस सफलता में पूर्व छात्रों का भी बहुत बड़ा योगदान है।
पूर्व छात्र आगे आकर अपने अनुभव करें शेयर
कुलपति द्वारा जारी अपील में कहा गया है कि देश के टाप-5 संस्थान में शामिल होना लक्ष्य है। यह पूर्व छात्रों की मदद के बिना संभव नहीं हैं। अपील की कि पूर्व छात्र आगे आएं और संस्थान संग पेशेवर अनुभव साझा करें। कंपनियां, जामिया छात्रों के प्लेसमेंट में मदद करें। कुलपति ने कहा कि बहुत जल्द एंडोमेंट फंड भी बनाया जाएगा।
परसेप्शन में सबसे कम अंक
एनआइआरएफ रैंकिंग में परसेप्शन श्रेणी के तहत कुल 100 में से जामिया को सिर्फ 32.17 अंक मिले हैं। फुटप्रिंट आफ प्रोजेक्ट, प्रेाफेशनल प्रैक्टिस एंड एक्जीक्यूटिव डेवलपमेंट प्रोग्राम (ईपीपीपी) में 15 में से सिर्फ 3 अंक मिले हैं। रिसर्च पब्लिकेशन में 35 में से 16 अंक ही दिए गए हैं। इसी तरह फाइनेंसियल रिसोर्स एंड देयर यूटिलाइजेशन श्रेणी में 20 में से 4 अंक ही प्राप्त हुए है।