Jamia PhD Admission 2021: जामिया पीएचडी प्रवेश परीक्षा कार्यक्रम जारी, दो शिफ्ट में होगा पेपर

जामिया प्रशासन ने बताया शैक्षणिक सत्र 2020-21 के पीएचडी दाखिले की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। मार्च में आवेदन प्रक्रिया पूरी की जा चुकी थी। अप्रैल में जामिया प्रवेश पत्र जारी किया जा चुका था। परीक्षाएं 22 अप्रैल से होनी थीं। लेकिन कोरोना के चलते स्थगित कर दी गईं।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Wed, 02 Jun 2021 02:49 PM (IST) Updated:Wed, 02 Jun 2021 02:49 PM (IST)
Jamia PhD Admission 2021: जामिया पीएचडी प्रवेश परीक्षा कार्यक्रम जारी, दो शिफ्ट में होगा पेपर
साक्षात्कार के आधार पर अगस्त के दूसरे सप्ताह में दाखिला प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने पीएचडी प्रवेश परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया है। जामिया प्रशासन ने बताया शैक्षणिक सत्र 2020-21 के पीएचडी दाखिले की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। मार्च में आवेदन प्रक्रिया पूरी की जा चुकी थी। अप्रैल महीने में जामिया प्रवेश पत्र जारी किया जा चुका था। परीक्षाएं 22 अप्रैल से होनी थीं। लेकिन कोरोना के चलते स्थगित कर दी गईं। अब 22 से 28 जून तक प्रवेश परीक्षाएं आयोजित होगी। जामिया प्रशासन ने बताया कि प्रवेश परीक्षा के तहत पहला पेपर सुबह दस बजे से दोपहर 12 बजे तक एवं दूसरा पेपर दो बजे से शाम चार बजे तक होगा। पीएचीडी प्रवेश परीक्षा का परिणाम जुलाई के दूसरे सप्ताह में जारी होगा।

वहीं तीसरे सप्ताह तक सफल अभ्यर्थियों को शोध प्रारूप जमा करने होंगे। अगस्त के पहले सप्ताह तक साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी होगी। साक्षात्कार के आधार पर अगस्त के दूसरे सप्ताह में दाखिला प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

ट्विटर ने सस्पेंड किया आइसा का अकाउंट

वहीं, आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिट का ट्विटर अकाउंट मंगलवार सुबह सस्पेंड कर दिया गया। आइसा ने आरोप लगाया कि छात्र मंगलवार शाम जामिया ओबीई के विरोध में ट्विटर पर अभियान चलाने वाले थे। जिस कारण अकाउंट को मंगलवार सुबह ही सस्पेंड कर दिया गया।

हालांकि शाम करीब साढ़े चार बजे आइसा ने एक बयान जारी कर कहा कि अकाउंट दोबारा शुरू हो गया है। दरअसल, जामिया मिल्लिया इस्लामिया में ओपन बुक परीक्षाओं का आगाज हो चुका है। चार जून से प्रमुख पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं शुरू होंगी। आइसा परीक्षाएं रद करने की मांग कर रहा है। आइसा सदस्यों ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते छात्र खुद या फिर परिवार के सदस्य बीमार हैं। ऐसे में छात्र परीक्षा कैसे देंगे। इसलिए परीक्षा को रद कर देना ही उचित होगा।

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