दिल्ली की तीनों जेलों में बंद 25 गैंगस्टरों को लेकर जेल अधिकारी और स्टाफ किए गए एलर्ट, गैंगवार की आशंका बढ़ी

जेल महानिदेशक ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बैठक की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक-दूसरे के विरोधी गिरोह के बदमाशों को एक साथ बाहर न निकाला जाए। साथ ही वीडियो कान्फ्रेंसिंग कैंटीन व कैदियों के स्वजन से बातचीत करने के दौरान सुरक्षाकर्मी आसपास जरूर तैनात रहें।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 09:48 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 09:48 AM (IST)
दिल्ली की तीनों जेलों में बंद 25 गैंगस्टरों को लेकर जेल अधिकारी और स्टाफ किए गए एलर्ट, गैंगवार की आशंका बढ़ी
मंडोली जेल में बंद टिल्लू को जल्द ही तिहाड़ शिफ्ट करने का फैसला ले सकता है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। रोहिणी कोर्ट में गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी की हत्या के बाद दिल्ली की तीनों जेलों के अधिकारियों और स्टाफ को अलर्ट कर दिया गया है। इस घटना को अंजाम देने में सुनील उर्फ टिल्लू का नाम आने के बाद जेल में गैंगवार की आशंका बढ़ गई है। ऐसे में जेल प्रशासन सुरक्षा की दृष्टि से मंडोली जेल में बंद टिल्लू को जल्द ही तिहाड़ शिफ्ट करने का फैसला ले सकता है।

जेल महानिदेशक ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बैठक की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक-दूसरे के विरोधी गिरोह के बदमाशों को एक साथ बाहर न निकाला जाए। साथ ही वीडियो कान्फ्रेंसिंग, कैंटीन व कैदियों के स्वजन से बातचीत करने के दौरान सुरक्षाकर्मी आसपास जरूर तैनात रहें। इसके अलावा जेल अधीक्षकों को ज्यादा से ज्यादा समय जेल में रहने के साथ-साथ सीसीटीवी फुटेज पर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

जेल सूत्रों ने बताया कि अभी जेलों में 25 से ज्यादा गैंगस्टर या उनके सहयोगी बंद हैं। ऐसे में उनको दोस्ती और दुश्मनी के आधार पर छांटकर अलग-अलग जेल में रखा जाएगा, ताकि जेल में कैदी एक दूसरे पर हमलावर न हों। तिहाड़ में गोगी का साथी लारेंस बिश्नोई और उसका सहयोगी संपत नेहरा भी बंद था, लेकिन कुछ दिनों पहले ही दोनों को राजस्थान के एक मामले में पूछताछ के लिए राजस्थान जेल भेज दिया गया।

उधर रोहिणी कोर्ट में वारदात के बाद क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है। क्राइम ब्रांच की टीम शनिवार को कोर्ट पहुंची और मामले की जांच की। टीम ने तीन घंटे से ज्यादा समय तक कोर्ट का मुआयना किया और घटना से जुड़े सुबूतों को एकत्रित करने का काम किया। हालांकि टीम ने ज्यादातर समय कोर्ट रूम नंबर 207 में ही लगाया। इस दौरान पूरी वारदात को रिक्रिएशन भी किया गया ताकि घटना कैसे घटी, इसकी सही जानकारी मिल सके।

पुलिस के अनुसार जरूरत पड़ने पर दोबारा भी वारदात की रिक्रिएशन की जा सकती है। क्राइम ब्रांच की टीम ने कोर्ट परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को भी खंगालने का काम शुरू कर दिया है। फिलहाल जांच पूरी होने तक इस रूम में अदालती कामकाज को बंद कर दिया गया है और रूम को सील कर दिया गया। जिससे कोई सुबूतों के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सके।

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