आइएसआइ जासूसी कांडः पाकिस्तान ने उच्चायोग से इस्लामाबाद बुलाए तीन अधिकारी

राजधानी के दिल्ली गेट इलाके के निवासी मोहसिन का कबाड़ी का बड़ा काम है। उसे पुलिस आइएसआइ व उच्चायोग के बीच की कड़ी मान रही है।मोहसिन आइएसआइ के सीधे संपर्क में था।वीजा लेने जाने वाले हर शख्स से उच्चायोग में संपर्क कर मोहसिन उसे टटोलने का काम करता था।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 09:48 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 09:48 PM (IST)
आइएसआइ जासूसी कांडः पाकिस्तान ने उच्चायोग से इस्लामाबाद बुलाए तीन अधिकारी
दिल्ली स्थित अपने उच्चायोग से तीन अधिकारियों को वापस इस्लामाबाद बुलाया गया है।

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के जासूसी मामले का पर्दाफाश होने से नाराज पाकिस्तान सरकार ने दिल्ली स्थित अपने उच्चायोग से तीन अधिकारियों को वापस इस्लामाबाद बुला लिया है। उच्चायोग के अधिकारियों की मिलीभगत से वर्षों से अत्यंत गोपनीय तरीके से चल रहे जासूसी के इस खेल का पर्दाफाश होने से पाकिस्तान की किरकिरी हुई है। यह मामला उजागर हो जाने से नाराज पाकिस्तान सरकार द्वारा अपने उक्त अधिकारियों को अयोग्य बताकर वापस बुलाए जाने की जानकारी मिलिट्री इंटेलिजेंस व आइबी को मिली है। हालांकि, जासूसी मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने अभी इसे लेकर कुछ भी बोलने से इन्कार किया है।

पुलिस, आइबी व मिलिट्री इंटेलिजेंस के अधिकारी उच्चायोग के अधिकारियों की भूमिका की जांच करने में जुटे हुए हैं। अबतक इस मामले में दिल्ली पुलिस आगरा कैंट में तैनात सेना के लांसनायक परमजीत सिंह समेत पोखरण में सेना को रसद व मीट आपूर्ति करने वाले बीकानेर के रहने वाले ठेकेदार हबीब-उर-रहमान व उच्चायोग में वीजा बनवाने वालों के लिए बिचौलिए का काम करने वाले मोहसिन को गिरफ्तार कर चुकी है।

राजधानी के दिल्ली गेट इलाके के निवासी मोहसिन का कबाड़ी का बड़ा काम है। उसे पुलिस आइएसआइ व उच्चायोग के बीच की कड़ी मान रही है। बताया जा रहा है कि मोहसिन आइएसआइ के सीधे संपर्क में था। पाकिस्तान के लिए वीजा लेने जाने वाले हर शख्स से उच्चायोग में संपर्क कर मोहसिन उसे टटोलने का काम करता था। जब वह शख्स उसे उसके काम का लगता था तो उसे जासूसी करने के लिए कहता था।

सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान से हवाला व अन्य तरीके से मोहसिन के पास ही पैसे आते थे। हबीब-उर-रहमान के कहने पर वह उक्त लोगों के बैंक खातों में पैसे भेजने का काम करता था। मोहसिन के बैंक खातों की जांच से पता चला है कि उसने बीकानेर व राजस्थान के सीकर में कई लोगों के खातों में नियमित तौर पर लाखों रुपये भेजे थे।

पुलिस उक्त सभी खातों की जांच कर रही है। पुलिस को शक है कि वे सभी हबीब-उर-रहमान के संपर्क के लोग हो सकते हैं, जो जासूसी के धंधे में लिप्त रहे हों। अगर ऐसा हुआ तो उक्त दोनों जगहों से कई अन्य लोगों की जल्द गिरफ्तारी संभव है। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपित सेना से जुड़े दस्तावेज आइएसआइ व आतंकियों के हैंडलरों को वाट्सएप व इंस्टाग्राम के जरिये मुहैया कराते थे।

chat bot
आपका साथी