Coronavirus Latest News: कोरोना वायरस की हर नई लहर में अधिक घातक तरीके से बढ़ा संक्रमण

Coronavirus Latest News अब तक तीसरी लहर में ही सबसे अधिक मामले आए और इस दौरान ही सबसे अधिक मौतें हुईं लेकिन चौथी लहर में एक दिन में ही 10 हजार से अधिक लोग संक्रमित होने लगे। यह आंकड़ा अभी और बढ़ने की आशंका है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 08:37 AM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 08:37 AM (IST)
Coronavirus Latest News: कोरोना वायरस की हर नई लहर में अधिक घातक तरीके से बढ़ा संक्रमण
चौथी लहर में एक दिन में ही 10 हजार से अधिक लोग संक्रमित होने लगे। इसके बढ़ने की आशंका है।

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। देश की राजधानी दिल्ली के लोग कोरोना के संक्रमण के अब तक चार लहर झेल चुके हैं। हर नई लहर में संक्रमण पहले से ज्यादा खतरनाक तरीके से बढ़ा। यही वजह है कि पहली से अधिक दूसरी लहर में अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हुए। तीसरी लहर अब तक सबसे अधिक घातक रही है। क्योंकि अब तक तीसरी लहर में ही सबसे अधिक मामले आए और इस दौरान ही सबसे अधिक मौतें हुईं लेकिन चौथी लहर में एक दिन में ही 10 हजार से अधिक लोग संक्रमित होने लगे। यह आंकड़ा अभी और बढ़ने की आशंका है। दो मार्च को दिल्ली में पहला मामला आया था। बाद में लॉकडाउन होने के कारण शुरुआत में संक्रमण कम गति से बढ़ा। इसलिए पहली लहर में सबसे अधिक 3947 मामले 23 जून को आए। लिहाजा पहली लहर में संक्रमण चरम पर पहुंचने में तीन माह 21 दिन लगे लेकिन यह जुलाई के तीसरे सप्ताह तक बरकरार रही।

इसके बाद संक्रमण कम हुआ, लेकिन अगस्त के दूसरे सप्ताह से ही दूसरी लहर शुरू हो गई। अक्टूबर के पहले सप्ताह में मामले कुछ कम हुए, लेकिन इसके बाद अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से ही मामले बढ़ने लगे। इस तीसरी लहर के दौरान नवंबर में सबसे ज्यादा कोरोना ने कहर बरपाया। इस दौरान 11 नवंबर को सबसे अधिक 8593 मामले आए। इस तरह तीसरी लहर में करीब एक माह में ही संक्रमण चरम पर पहुंच गया था। लेकिन नवंबर में पूरे माह भारी संख्या में मामले आते रहे और दिसंबर तक इसका असर बरकरार रहा।

सफदरजंग अस्पताल के प्रिवेंटिव कम्युनिटी मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ. जुगल किशोर ने कहा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद जैसे-जैसे सभी चीजें खुलती चली गई और लोगों का आवागमन शुरू हुआ तो संक्रमण भी बढ़ा। यह देखा गया कि पहली लहर के बाद दूसरी लहर रक्षा बंधन के दौरान आई। इसके बाद प्रदूषण बढ़ने पर अक्टूबर में संक्रमण बढ़ना शुरू हुआ। उस वक्त त्योहार के कारण बाजारों में भीड़ भी थी। इस बार भी बाजारों में भीड़ बढ़ने और बचाव के नियमों का पालन नहीं करने से ही संक्रमण बढ़ा।

chat bot
आपका साथी