कुख्यात किशन पहलवान गिरोह का बदमाश सुनील दहिया गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नजफगढ़ के रहने वाले कुख्यात किशन पहलवान गिरोह के बदमाश सुनील दहिया को गिरफ्तार कर लिया है। किशन के विराेधी हेमंत गिरोह के बदमाश पर गोलियां चलाने के मामले में वह वांछित था।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नजफगढ़ के रहने वाले कुख्यात किशन पहलवान गिरोह के बदमाश सुनील दहिया को गिरफ्तार कर लिया है। किशन के विराेधी हेमंत गिरोह के बदमाश पर गोलियां चलाने के मामले में वह वांछित था। उसके पास से सेमी आटोमेटिक पिस्टल व दो कारतूस बरामद किए गए।
संयुक्त आयुक्त क्राइम ब्रांच आलोक कुमार के मुताबिक सुनील दहिया नजफगढ़ का रहने वाला है। वह कबडडी खिलाड़ी के अलावा कोच भी है। जाफरपुर में उसका भारत माता स्पोटर्स क्लब नाम से स्पोटर्स क्लब है। उसके चाचा जय भगवान पेशे से ठेकेदार है। नजफगढ़ व नवादा इलाके में काम करता है।
उसी ने सुनील का परिचय किशन पहलवान से कराया था। उसके बाद उसने किशन का गिरोह ज्वाइन कर लिया था। किशन पहलवान व हेमंत के बीच सालों से गैंगवार चल रहा है। दोनों नजफगढ़ के ही रहने वाले हैं। दिल्ली-एनसीआर में दोनों गिरोह के बदमाशों के खिलाफ हत्या व हत्या के प्रसास के 100 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।
हेमंत अभी तिहाड़ जेल में बंद है। बीते 11 जनवरी को सुनील अपने चाचा जय भगवान के साथ एक दोस्त के घर आया था। वहां अमित शौकीन से सुनील किसी प्रापर्टी के संबंध में बातचीत करने आया था। अमित, हेमंत गिरोह का नजदीकी है। दोनों के बीच किसी बात पर झगड़ा हो जाने से अमित दाेस्त की कार से वहां से भाग गया था।
अमित के चले जाने से सुनील ने उसे सबक सिखाने की ठान ली। वह अपने कुछ साथियों के साथ अमित के ढिचाऊ कला स्थित घर पहुंच गया और फोन कर बाहर निकालने को कहा। घर से बाहर आने पर सुनील के एक साथी ने अमित के चचेरे भाई अंकुश को गोली मार दी।
अमित शौकीन की शिकायत पर बाबा हरिदास नगर पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर जय भगवान व राजेश को गिरफ्तार कर लिया था। सुनील को दिनेश नाम के युवक ने दबोदा, गुरुग्राम से पिस्टल दिलाया था। 22 जुलाई को क्राइम ब्रांच को सूचना सुनील दहिया कैरी गांव, नजफगढ़ के पास आने वाला है। पुलिस टीम ने वहां से उसे दबोच लिया।
किशन पहलवान नजफगढ़ का सबसे पुराना गैंगस्टर है। कई गिरोहों से उसका 35 सालों से गैंगवार चल रहा है। कई साल पूर्व गैंगवार के कारण ही विरोधी गिरोह के बदमाशों ने किशन पहलवान के छोटे भाई भगत सिंह की उनके कार्यालय में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनपर पहले भी कई बार हमले हुए थे। भरत लोजपा से विधायक भी रह चुके थे।