राजस्थान के लिए चलेगी विशेष ट्रेन, हरियाणा और पंजाब आने-जाने वाले यात्रियों को भी होगा लाभ

Indian Railway News 27 जनवरी से अगली सूचना तक दिल्ली सराय रोहिल्ला से रात्रि 10.45 बजे प्रस्थान करके अगले दिन दोपहर 01.20 बजे बीकानरे पहुंचेगी। वापसी दिशा में 28 जनवरी से बीकानेर से शाम 04.45 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 07.20 बजे दिल्ली सराय रोहिल्ला पहुंचेगी।

By JP YadavEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 08:27 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 08:27 AM (IST)
राजस्थान के लिए चलेगी विशेष ट्रेन, हरियाणा और पंजाब आने-जाने वाले यात्रियों को भी होगा लाभ
सफर के लिए यात्री के पास कंफर्म टिकट होना जरूरी है। टिकट की बुकिंग ऑनलाइन होगी।

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। उत्तर रेलवे ने दिल्ली सराय रोहिल्ला से बीकानेर के बीच 02455/02456 नंबर की विशेष ट्रेन चलाने की घोषणा की है। इस ट्रेन के चलने से राजस्थान के साथ ही हरियाणा और पंजाब आने जाने वाले यात्रियों को भी लाभ होगा। 27 जनवरी से अगली सूचना तक दिल्ली सराय रोहिल्ला से रात्रि 10.45 बजे प्रस्थान करके अगले दिन दोपहर 01.20 बजे बीकानरे पहुंचेगी। वापसी दिशा में 28 जनवरी से बीकानेर से शाम 04.45 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 07.20 बजे दिल्ली सराय रोहिल्ला पहुंचेगी।

इन जगहों पर होगा ठहराव

मार्ग में यह विशेष ट्रेन रोहतक, जींद, जाखल, संगरूर, धूरी, बरनाला, रामपुरा फूल, बठिंडा, गीद्दडबहा, मलोट, अबोहर, श्रीगंगानगर, केसरी सिंहपुर, श्रीकरणपुर, गजसिहंपुर, रायसिंह नगर, जैतसर, सहादाई बुजुर्ग, लुकरणसर तथा लालगढ़ स्टेशनों पर दोनों ठहरेगी। अधिकारियों ने बताया कि इस समय सभी ट्रेनें विशेष ट्रेन के तौर पर चल रही हैं। इनमें सफर के लिए यात्री के पास कंफर्म टिकट होना जरूरी है। टिकट की बुकिंग ऑनलाइन होगी।

हावड़ा मेल का नाम हुआ नेताजी एक्सप्रेस

वहीं, कालका मेल का नाम बदलकर नेताजी एक्सप्रेस कर दिया गया है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती को यादगार बनाने के लिए रेल मंत्रालय ने देश की पुरानी ट्रेनों में शुमार कालका मेल का नाम बदलकर नेताजी एक्सप्रेस रखने का फैसला किया है। 23 जनवरी से यह ट्रेन इसी नए नाम से चलेगी।

ईस्ट इंडियन रेलवे ने एक जनवरी 1866 को इस ट्रेन को शुरू किया था। उस समय हावड़ा-कालका मेल को कोलकाता से दिल्ली तक चलाया गया था। तब इस ट्रेन में अंग्रेजी हुकूमत के उच्च अधिकारी सफर करते थे। अन्य यात्रियों के लिए इस ट्रेन में यात्रा संभव नहीं थी। शिमला में गर्मी की छुट्टियां बिताने के लिए अंग्रेजों ने 1891 में रेलवे लाइन का विस्तार कर इसे कालका तक बढ़ाया। तब से यह ट्रेन का परिचालन हो रहा है।

शुरू में इस ट्रेन का संचालन ईस्ट इंडियन रेलवे कंपनी द्वारा किया जाता था और इसका मूल नाम ''ईस्ट इंडिया रेलवे मेल'' था। शुरू में यह वन अप, टू डाउन नंबर से चलती थी। बाद में इसका नंबर बदलकर 12311 और 12312 हो गया। कोरोना काल में अन्य ट्रेनों की तरह इसे भी विशेष ट्रेन का दर्जा दिया गया है, इसलिए फिलहाल इसका नंबर 02311 और 02312 नंबर है। नियमित ट्रेनों का परिचालन शुरू होने पर भी इसका नाम नेताजी एक्सप्रेस रहेगा।

बताते हैं कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंग्रेजों को चकमा देकर जनवरी, 1941 में झारखंड के गोमो स्टेशन से इसी ट्रेन पर सवार हुए थे। उनकी यादों से जुड़ी होने के कारण इस ट्रेन का नाम बदलने का फैसला किया गया है।

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