Nursery Admission मानदंडों का उल्लंघन कर रहे निजी स्कूल, माता-पिता के पेशे या शिक्षा के आधार पर दाखिला गलत

नर्सरी दाखिला प्रक्रिया में इस बार ज्यादातर स्कूलों ने हाई कोर्ट से प्रतिबंधित मानदंडों को दाखिले का आधार बनाया है। सुमित के मुताबिक स्कूल हाईकोर्ट की तरफ से प्रतिबंधित इन दाखिला मानदंडों को दाखिले का आधार नहीं बना सकते। कई स्कूल माता की शिक्षा को भी आधार बना रहे हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 12:30 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 11:54 AM (IST)
Nursery Admission मानदंडों का उल्लंघन कर रहे निजी स्कूल, माता-पिता के पेशे या शिक्षा के आधार पर दाखिला गलत
स्कूल हाई कोर्ट की तरफ से प्रतिबंधित इन दाखिला मानदंडों को दाखिले का आधार नहीं बना सकते। उ

रीतिका मिश्र, नई दिल्ली। नर्सरी दाखिला प्रक्रिया में इस बार ज्यादातर स्कूलों ने हाई कोर्ट से प्रतिबंधित मानदंडों को दाखिले का आधार बनाया है। एडमिशन नर्सरी डाट काम के संस्थापक सुमित वोहरा ने बताया टिकरी कला स्थित श्रीराम ग्लोबल स्कूल ने दाखिला मानदंड में दिल्ली विश्वविद्यालय से संबंधित लेडी श्री राम कालेज और श्री राम कालेज आफ कामर्स के पूर्व छात्रों को भी अंक दिए हैं।

सुमित के मुताबिक स्कूल हाई कोर्ट की तरफ से प्रतिबंधित इन दाखिला मानदंडों को दाखिले का आधार नहीं बना सकते। उन्होंने बताया कि कई स्कूल माता की शिक्षा को भी आधार बना रहे हैं। जबकि, ये मानदंड भी प्रतिबंधित हैं। उन्होंने शिक्षा निदेशालय से मांग की ऐसे स्कूलों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई हो। 

कुछ स्कूलों ने माता के गृहणी होने के भी अंक दिए हैं। इसमें करोल बाग स्थित चौगुले पब्लिक स्कूल ने माता के गृहणी होने को भी दाखिले का आधार बनाया है। जबकि, हाई कोर्ट की तरफ से प्रतिबंधित 62 दाखिला मानदंडों में यह भी शामिल है। वहीं, चौगुले पब्लिक स्कूल ने मराठी भाषा को भी दाखिले का आधार बनाया है। इसमें अगर बच्चे को मराठी भाषा की जानकारी है, तो उसे पांच अंक दिए जाएंगे। वहीं, 17 से अधिक स्कूल ऐसे हैं, जो अंतर राज्य अंतरण (इंटर स्टेट ट्रांसफर) के नाम पर भी 5-10 अंक दे रहे हैं। सुमित ने बताया कि 20 से अधिक स्कूलों ने डिफेंस कोटा को भी दाखिला मानदंडों में शामिल किया गया है।

सके तहत बच्चे के अभिभावक जल, थल या वायु सेना में हैं तो उन्हें 15 से 20 अंक दिए जा रहे हैं। जबकि, हाई कोर्ट के फैसले के मुताबिक दाखिला मानदंडो में माता पिता की नौकरी और शिक्षा को दाखिले का आधार नहीं बनाया जा सकता।

करावल नगर स्थित सरदार पटेल पब्लिक स्कूल में डिफेंस कोटा के 15 अंक, पश्चिम विहार स्थित शिव माडर्न पब्लिक स्कूल में डिफेंस कोटा के 10 अंक, जनकपुरी स्थित डीएवी पब्लिक सीनियर सेकेंड्री स्कूल में डिफेंस कोटा के 10 अंक, विश्वास नगर स्थित पुनीत पब्लिक स्कूल में डिफेंस कोटा के 10 अंक दिए जा रहे हैं। कुछ स्कूल डिफेंस कोटे के तहत दे रहे दाखिला, तो कुछ ने डीयू के पूर्व छात्रों के बच्चों के लिए बनाया अलग कोटा। 

कोरोना योद्धा भी दाखिला मानदंड का आधार 

मुंडेला कला स्थित माता दान कौर पब्लिक स्कूल ने इस वर्ष प्रवेश स्तर की कक्षाओं में प्रवेश के लिए कोरोना योद्धाओं (डाक्टर, पुलिस और स्वास्थ्यकर्मी) को मानदंड बनाया गया है। स्कूल ती तरफ से नर्सरी, केजी व कक्षा एक में दाखिले के लिए इस मानदंड के तहत 10 अंक निर्धारित किए गए हैं। 

276 स्कूलों ने अपलोड नहीं किए दाखिले मानदंड 

सोमवार शाम साढ़े सात बजे तक कुल 1,725 निजी स्कूलों में से 276 स्कूलों ने शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट पर दाखिला मानदंड नहीं अपलोड किए। बाराखंभा स्थित माडर्न पब्लिक स्कूल, पूसा रोड स्थित रामजस स्कूल, लक्ष्मी नगर स्थित बाल निकेतन स्कूल, जनकपुरी स्थित दून पब्लिक स्कूल, वसंत कुंज स्थित माडर्न पब्लिक स्कूल, बुराड़ी स्थित सेंट मदर टेरेसा पब्लिक स्कूल समेत कई स्कूलों ने दाखिला मानदंड का सत्यापन कराए बिना ही आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। 

उत्तर-पूर्वी जिले के 44 स्कूलों में अपलोड नहीं मानदंड 

दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले के 44 स्कूलों ने दाखिला मानदंड नहीं अपलोड किए हैं। वहीं, दक्षिण पश्चिम जिले से कुल 53 स्कूलों ने दाखिला मानदंड नहीं अपलोड किए हैं। 

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