Vat Savitri 2021: दिल्ली-NCR में महिलाओं ने की वट सावित्री की पूजा, देखें तस्वीरें

दिल्ली-एनसीआर में वट सावित्री का पर्व परंपरागत हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए वट सावित्री का व्रत रखकर बरगद की पूजा कर रही है। इस बार महिलाएं बरगद का पौधा लगाने के साथ-साथ उसकी देखरेख का संकल्प भी लिया है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 02:23 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 02:45 PM (IST)
Vat Savitri 2021: दिल्ली-NCR में महिलाओं ने की वट सावित्री की पूजा, देखें तस्वीरें
महिलाएं बरगद का पौधा लगाने के साथ-साथ उसकी देखरेख का संकल्प भी लिया है।

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली-एनसीआर में वट सावित्री का पर्व परंपरागत हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए वट सावित्री का व्रत रखकर बरगद की पूजा कर रही है। इस बार महिलाएं बरगद का पौधा लगाने के साथ-साथ उसकी देखरेख का संकल्प भी लिया है। पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास स्थित पावेश्वर महादेव मंदिर में महिलाएं वट वृक्ष को रक्षा सूत्र बांधकर परिक्रमा करते हुए पति की दीर्घायु व परिवार की सुख समृद्धि के लिए कामना की।

बाहरी दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 20 में एक महिला ने खुद के द्वारा लगाए गए बरगद के पौधे की पूजा की। 

वहीं, वट सावित्री के अवसर पर रोहिणी सेक्टर 21 में भी बरगद के पौधे की पूजा की गई। कोरोना संक्रमण को देखते हुए बहुत सी महिलाओं ने घर में ही पूजा की।

दैनिक जागरण के अभियान के तहत उत्तरी छज्जुपुर इलाके में गमले में वट का पौधा लगाकर घर पर वट सावित्री व्रत की पूजा करती महिलाएं। पूजा के बाद में इस पौधे को किसी पार्क में लगाया जाएगा।

वहीं, दक्षिणी दिल्ली के खानपुर में भी महिलाओं ने वट सावित्री की पूजा की। कोरोना को देखते हुए महिलाएं बाहर जाने की बजाय घर में बरगद के पेड़ की पूजा की।

गुरुग्राम में वट-सावित्री पूजन के बाद सेक्टर 56 में भाजपा के सरस्वती मंडल की उपाध्यक्ष नेहा अग्रवाल ने महिलाओं के मिलकर बरगद का पौधा लगाया।

प्रकृति के प्रति मानव के समर्पण को दर्शाने वाला, सौभाग्य वृद्धि एवं पतिव्रत संस्कारों के प्रतीक पर्व वट सावित्री व्रत के अवसर पर एनआइटी फरीदाबाद डबुआ कॉलोनी ए ब्लॉक स्थित श्री विचित्र वीर पंचमुखी मंदिर में पूजा-अर्चना करती हुई महिलाएं।

बरगद का लाभ

बरगद का पेड़ पीपल के बाद आक्सीजन देने में दूसरे स्थान पर है। यह 22 घंटे आक्सीजन उत्सर्जित करता है। बरगद के पत्ते, फल, छाल, जड़ें आयुर्वेदिक औषधियों के निर्माण में प्रयोग की जाती हैं। दांतों को मजबूत करने से लेकर दिल का खयाल रखने तक के लिए यह पेड़ बड़े काम का है। मधुमेह रोगियों की समस्या को कम करने में भी बरगद की अहम भूमिका हो सकती है।

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