गुयाना के 20 हजार छात्रों को दूरस्थ शिक्षा प्रदान करेगा इग्नू
क्षेत्रीय सेवा प्रभाग के निदेशक डाॅ. श्रीकांत महापात्र ने दोनों भौगोलिक क्षेत्रों के बीच समय-क्षेत्र के मुद्दे में अंतर के बारे में बात करते हुए कहा कि शिक्षार्थियों को उनके सुविधाजनक समय पर परामर्श देने के लिए काम किया जाएगा। हस्ताक्षर समारोह आनलाइन रूप से आयोजित किया गया।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने दक्षिण अमेरिकी देश गुयाना की गुयाना आनलाइन अकादमी आफ लर्निंग (जीओएएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर शुक्रवार देर शाम हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत इग्नू गुयाना गणराज्य के 20 हजार छात्रों को अकादमी के सहयोग से ओडीएल और आनलाइन माध्यमों द्वारा दूरस्थ शिक्षा प्रदान करेगा।
शिक्षार्थियों को सुविधाजनक समय पर परामर्श देने पर किया जाएगा काम
इस मौके पर क्षेत्रीय सेवा प्रभाग के निदेशक डाॅ. श्रीकांत महापात्र ने दोनों भौगोलिक क्षेत्रों के बीच समय-क्षेत्र के मुद्दे में अंतर के बारे में बात करते हुए कहा कि शिक्षार्थियों को उनके सुविधाजनक समय पर परामर्श देने के लिए काम किया जाएगा। हस्ताक्षर समारोह आनलाइन रूप से आयोजित किया गया।
गुयाना सरकार की पहल को किया साझा
इस दौरान इग्नू कुलपति प्रो. नागेश्वर राव और जीओएएल के निदेशक प्रो. जैकब ओपाडेयी, गुयाना की लोक सेवा मंत्री सोनिया पराग भी उपस्थित थीं। उन्होंने दूरस्थ शिक्षा में गुयाना सरकार की पहल को साझा किया। पराग ने कहा कि शिक्षा सबसे मूल्यवान संपत्ति है तथा गुयाना को महान राष्ट्र के निर्माण के लिए नए मानव संसाधन व पूंजी की आवश्यकता है।
बेहतर अनुभव और बेहतर सीखने का माध्यम
वहीं, इग्नू कुलपति प्रो. राव ने कहा कि इस समझौते से इग्नू के अंतरराष्ट्रीय पदचिह्न का विस्तार करने में मदद मिलेगी। अध्यापन के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा की इस विधा में एक अदृश्य शिक्षक आनलाइन और इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से दिखाई देता है जो शिक्षार्थी को बेहतर अनुभव और बेहतर सीखने के लिए आकर्षक शिक्षा प्रदान करता है। इस दौरान इग्नू कुलसचिव डा. वीबी नेगी और अंतरराष्ट्रीय प्रभाग के निदेशक डा. जितेंद्र कुमार, प्रतिकुलपति प्रो. उमा कांजीलाल और सुमित्रा कुकरेती सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।