गीले कचरे से बायोगैस बनाएगा आइजीएल, कूड़ा निस्तारण के लिए अच्छी पहल

मुकेश ने बताया कि आइजीएल की ओर से स्थापित संयंत्र की क्षमता 100 टन प्रति दिन होगी। 20 वर्ष के लिए यह लगाया जाएगा।निगम संयंत्र के लिए इसके परिचालन की पूर्ण अवधि तक ठोस कूड़ा प्रबंधन नियम 2016 के नियमों के अनुसार पृथक किया हुआ जैविक गीला कूड़ा प्रदान करेगी।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 11:48 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 11:48 AM (IST)
गीले कचरे से बायोगैस बनाएगा आइजीएल, कूड़ा निस्तारण के लिए अच्छी पहल
प्लांट से प्रतिदिन चार हजार किलो कंप्रेस्ड बायोगैस उत्सर्जित होगी।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कचरा निस्तारण के लिए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आइजीएल) के साथ करार किया है। इसके तहत आइजीएल निगम से उपलब्ध कचरे को लेकर बायोगैस में परिवर्तित करेगा। इससे प्रतिदिन निगम का 100 टन कचरा निस्तारित हो जोगा। खास बात यह होगी कि निगम को राजस्व में साझा किया जाएगा। हालांकि, इस संयंत्र को स्थापित करने के लिए निगम निश्शुल्क स्थान उपलब्ध कराएगा। शहरी एवं आवास मामलों के केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की उपस्थिति में दक्षिणी निगम के महापौर मुकेश सुर्यान एवं निगमायुक्त ज्ञानेश भारती ने करार दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया।

मुकेश सुर्यान ने बताया कि आइजीएल की ओर से स्थापित संयंत्र की क्षमता 100 टन प्रति दिन होगी। 20 वर्ष के लिए यह लगाया जाएगा। दक्षिणी निगम संयंत्र के लिए इसके परिचालन की पूर्ण अवधि तक ठोस कूड़ा प्रबंधन नियम 2016 के नियमों के अनुसार पृथक किया हुआ जैविक गीला कूड़ा प्रदान करेगी। इसके लिए हस्तसाल में छह से आठ हजार वर्गमीटर स्थान उपलब्ध कराया जाएगा। इस प्लांट से प्रतिदिन चार हजार किलो कंप्रेस्ड बायोगैस उत्सर्जित होगी।

महापौर ने बताया कि आइजीएल कंपनी इस संयंत्र को स्थापित करने के लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक तकनीकी सलाहकार नियुक्त करेगी। साथ अपने खर्च पर संयंत्र एवं ईंधन स्टेशन लगाएगी। गीले कचरे का बायोगैस बनाने के लिए जो गीला कचरा उपयोग होगा उसकी खाद बनेगी। इसे निगम अपने पार्को व नर्सरी में उपयोग करेगा। उल्लेखनीय है कि दक्षिणी निगम क्षेत्र में प्रतिदिन 3600 टन कूड़ा उत्पन्न होता है।

इसमें 1650 टन कचरे का उपयोग बिजली बनाने में किया जाता है, जबकि करीब 300 टन कचरे से खाद बनाई जाती है। बाकी 1700 टन कचरा ओखला स्थित लैंडफिल साइट पर डाला जाता है। 1700 टन कचरे के निस्तारण के लिए निगम तेहखंड में नया कचरे से बिजली बनाने का संयंत्र स्थापित करने पर काम कर रहा है। कार्यक्रम में दक्षिणी निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) बीके ओबराय , आइजीएल के प्रबंध निदेशक एके जना, निदेशक (कामर्शियल ) अमित गर्ग भी उपस्थित रहे।

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