IGI एयरपोर्ट पर लाखों यात्रियों को मिलने जा रही बड़ी सुविधा, समय बचत के साथ बेहतर होगी सुरक्षा

एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर एक मशीन लग भी गई है जबकि सितंबर में कुल 10 ट्रे रिट्रीवल सिस्टम काम करने लगेंगे।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 09:24 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 07:21 AM (IST)
IGI एयरपोर्ट पर लाखों यात्रियों को मिलने जा रही बड़ी सुविधा, समय बचत के साथ बेहतर होगी सुरक्षा
IGI एयरपोर्ट पर लाखों यात्रियों को मिलने जा रही बड़ी सुविधा, समय बचत के साथ बेहतर होगी सुरक्षा

नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (अाइजीअाइ) पर सुरक्षा जांच के दौरान यात्रियों को अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। दरअसल वहां स्वचालित ट्रे रिट्रीवल सिस्टम (एटीआरएस) लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर एक मशीन लग भी गई है, जबकि सितंबर में कुल 10 ट्रे रिट्रीवल सिस्टम काम करने लगेंगे। हालांकि बाद में इसे अन्य टर्मिनल में भी स्थापित किया जाएगा। एटीअारएस के रोलर आधारित प्रणाली से ट्रे खुद वापस शुरुआती बिंदु पर वापस आ जाते हैं। इससे सुरक्षा जांच में तेजी आएगी और यात्रियों को लंबी पंक्ति में खड़ा नहीं रहना पड़ेगा। पहले तक ट्रे को मैनअली तरीके वापस रखा जाता था। मानवीय हस्तक्षेप कम होने से सुरक्षा कर्मियों की दक्षता में इजाफा होगा।

आइजीआइ एयरपोर्ट पर चेकइन के बाद बोडिंग एरिया मे जाने से पूर्व केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के जवान यात्रियों की सुरक्षा जांच करते हैं। इससे पहले यात्रियों के पास मौजूद मोबाइल, घड़ी. पर्स, पेन व अन्य सामान को स्क्रीनिंग के लिए एक्स-रे से गुजारा जाता है। यह तमाम चीजें यात्री एक ट्रे में रख देते हैं। बाद में सुरक्षाकर्मी उस ट्रे को मशीन के अंदर से गुजारते हैं। अंतिम बिंदु पर जाने के बाद ट्रे को एयरपोर्ट कर्मी वापस लाकर उसे पहले वाले स्थान रख देते हैं।

मानवीय हस्तक्षेप के कारण इस कार्य में ज्यादा समय लगने से यात्रियों को कई मिनट तक अपने सामान का इंतजार पड़ता है। पीक आवर में सुरक्षा जांच काउंटर पर यात्रियों की लंबी लाइन लग जाती है। इसके मद्देनजर दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने एयरपोर्ट पर स्वचालित ट्रे रिट्रीवल सिस्टम (एटीआरएस) लगाने का निणर्य लिया।

डायल प्रवक्ता ने बताया कि एयरपोर्ट पर एटीआरएस लगाने का काम तेजी से चल रहा है। एक सिस्टम स्थापित भी कर दिया गया है जबकि दो जल्द काम करने लगेंगे। सितंबर तक टर्मिनल-3 के डोमेस्टिक साइड में 10 ट्रे रिट्रीवल सिस्टम मशीन काम करने लगेगी। वहीं, टर्मिनल-3 के ही इंटरनेशनल साइड में 12 और एटीआररएस लगाए जाने की योजना है। इसके बाद टर्मिनल-1 में भी चरणबद्ध तरीके से 24 एटीआरएस स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पूरे एयरपोर्ट पर सिस्टम लग जाने से सुरक्षा काउंटर पर यात्रियों के सामान की जांच काफी सुगम हो जाएगी। ट्रे के स्वत: वापस आने-जाने से यात्रा में लगने वाले समय में कमी आएगी।

पहले से 70 फीसद तेजी से होगा काम

एटीआररएस रोलर-आधारित सेट-अप है जो यात्रियों द्वारा अपना सामान इकट्ठा करने के बाद ट्रे को खुद से शुरुआती बिंदु पर ले आता है। सिस्टम स्वचालित तरीके से लगातार यात्रियों को ट्रे उपलब्ध करवाता रहेगा। इससे यात्रियों का ट्रे का इंतजार करने का झंझट खत्म हो जाएगा। वर्तमान में एयरपोर्ट स्थित सुरक्षा काउंटर पर औसतन 180 से 200 यात्रियों के सामान की जांच प्रति घंटे की जाती है, लेकिन स्वचालित ट्रे रिट्रीवल सिस्टम लग जाने के बाद इस काम में 70 फीसद की बढ़ोतरी हो जाएगी। इसके माध्यम से हर घंटे औसतन 350 यात्रियों को हैंडल किया जा सकेगा। चूंकि ट्रे में रेडियो-फ्रीक्वेंसी पहचान वाला टैग लगा होगा और उसपर लगातार सीसीटीवी कैमरों की निगरानी रहेगी। इससे सामान बदलने और खोने का डर भी नहीं रहेगा। सीआइएसएफ अधिकारी ने बताया कि मानवीय हस्तक्षेप नहीं होने के कारण बल के सुरक्षा कर्मियों को जांच में काफी मदद मिलेगी।

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