आइजीडीटीयूडब्ल्यू की छात्रा निमिषा गोयल को मिली अंतरराष्ट्रीय स्कालरशिप

इंदिरा गांधी दिल्ली तकनीकी महिला विश्वविद्यालय (आइजीडीटीयूडब्ल्यू) की छात्रा निमिषा गोयल ने अंतरराष्ट्रीय छात्रवृत्ति प्राप्त करके संस्थान और देश का नाम रोशन किया है। निमिषा को यह स्कालरशिप एक अमेरिकी संस्था फाइनेंशियल सर्विसेस इन्फार्मेशन शेयरिंग एंड एनालिसिस सेंटर द्वारा प्रदान की गई है।

By Pradeep ChauhanEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 11:44 AM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 11:47 AM (IST)
आइजीडीटीयूडब्ल्यू की छात्रा निमिषा गोयल को मिली अंतरराष्ट्रीय स्कालरशिप
स्कालरशिप का नाम बिल्डिंग साइबर सिक्योरिटी स्कालरशिप-2020 है।

नई दिल्ली [राहुल चौहान]। इंदिरा गांधी दिल्ली तकनीकी महिला विश्वविद्यालय (आइजीडीटीयूडब्ल्यू) की छात्रा निमिषा गोयल ने एक अंतरराष्ट्रीय छात्रवृत्ति प्राप्त करके संस्थान और देश का नाम रोशन किया है। दरअसल निमिषा को यह स्कालरशिप एक अमेरिकी संस्था फाइनेंशियल सर्विसिस इन्फार्मेशन शेय¨रग एंड एनालिसिस सेंटर द्वारा प्रदान की गई है।

संस्था सायबर सुरक्षा के जोखिम को कम करने के क्षेत्र में काम करती है। स्कालरशिप का नाम बि¨ल्डग साइबर सिक्योरिटी स्कालरशिप-2020 है। स्कालरशिप के अंतर्गत निमिषा को दस हजार अमेरिकी डालर (करीब साढ़े सात लाख रुपये) की राशि मिलेगी। स्कालरशिप के तहत निमिषा ने इसी माह से गोल्डमैन सैक्स (एक बैं¨कग कंपनी) के साथ सायबर सुरक्षा के लिए मेंटरशिप प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू कर दिया है।

इस स्कालरशिप के लिए संस्था हर साल दुनिया भर से 18 महिलाओं का चयन करती है। संस्था सायबर सुरक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने वाली छात्राओं को प्रोत्साहन देती है। निमिषा इस प्रतिष्ठित स्कालरशिप के लिए दुनिया भर से चुनी गई उन 18 महिलाओं में से एक हैं। संस्था का मुख्यालय अमेरिका में है।

निमिषा आइजीडीटीयूडब्ल्यू में बीटेक (आइटी) के चौथे वर्ष की छात्रा हैं। वह परिवार के साथ शाहदरा में रहती हैं। बातचीत में निमिषा ने बताया कि उनकी शुरू से ही सायबर सुरक्षा में रुचि रही है। वह सायबर सुरक्षा से संबंधित कई रिसर्च पेपर लिख चुकी हैं, जो कई प्रतिष्ठित जर्नल में प्रकाशित हो चुके हैं। साथ ही उन्होंने सायबर सुरक्षा से संबंधित कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय वेबीनार व कोर्स भी किए हैं। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से उन्हें स्कालरशिप की जानकारी मिली। फिर उन्होंने मार्च में इसके लिए आवेदन किया था। इसके बाद इंटरव्यू के आधार पर उनका चयन हुआ।

निमिषा की बड़ी बहन भी इंजीनियर हैं। साथ ही उनके पिता बिजनेसमैन हैं। जबकि उनकी मां का निधन हो चुका है। इससे पहले निमिषा को एक विदेशी कंपनी वेल्स फार्गो में उनका पहले प्री-प्लेसमेंट हो चुका है। अंतरराष्ट्रीय स्कालरशिप प्राप्त करने पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अमिता देव ने भी निमिषा को बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्कालरशिप निमिषा को साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में शीर्ष महिलाओं के साथ काम करने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने बताया कि पिछले महीनों में विश्वविद्यालय को कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं।

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