Delhi License News: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों को वेटिंग रूम में मिलेगी चाय और काफी

Delhi License News दिल्ली में अब रात में भी लाइसेंस के लिए टेस्ट की तैयारी चल रही है। इस सब के साथ साथ विभाग टेस्ट देने की व्यवस्था भी और सुगम बनाने जा रहा है। अब टेस्ट देने के लिए पहुंचने वाले आवेदकों के साथ अतिथियों की तरह व्यवहार होगा।

By Jp YadavEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 09:49 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 09:49 AM (IST)
Delhi License News: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों को वेटिंग रूम में मिलेगी चाय और काफी
Delhi News: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों को वेटिंग रूम में मिलेगी चाय और काफी

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए परिवहन विभाग ने कई सहूलियतें दी हैं, यहां तक कि दिल्ली की किसी भी अथारिटी (परिवहन कार्यालय) में दिल्ली के किसी भी भाग का निवासी लाइसेंस के लिए टेस्ट दे सकता है। रात में भी लाइसेंस के लिए टेस्ट की तैयारी चल रही है। इस सब के साथ साथ विभाग टेस्ट देने की व्यवस्था भी और सुगम बनाने जा रहा है। अब टेस्ट देने के लिए पहुंचने वाले आवेदकों के साथ अतिथियों की तरह व्यवहार किया जाएगा। टेस्ट देने के लिए पहुंचने पर ठीक से व्यवहार न करने की आ रहीं शिकायतों के बाद विभाग ने इस बारे में फैसला लिया है। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के निर्देश पर इस योजना को दो अक्टूबर से लागू करने की विभाग की योजना है।

योजना के तहत टेस्ट देने के लिए पहुंचने वाले आवेदकों को जिस वेटिंग रूम में बैठाया जाएगा, वह पूरी तरह से वातानुकूलित होगा। वेटिंग रूम में चाय, काफी और ठंडे पानी की व्यवस्था होगी। एक कर्मचारी की वहां ड्यूटी होगी जो आवेदकों की सुविधाओं का ध्यान रखेगा। आटोमेटेड ट्रैक पर टेस्ट देने के लिए नंबर आने पर एक कर्मचारी अतिथियों की तरह सम्मानपूर्वक उन्हें वहां ले जाएगा। यह भी व्यवस्था होगी कि अगर कोई ओवदक टेस्ट में फेल होगा तो उसे उसका कारण बताया जाएगा। इसके लिए उसे टेस्ट देने के दौरान की वीडियो क्लिप भी उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे कि वह अगली बार टेस्ट देने आए तो उस गलती को ठीक कर ले।

यहां बता दें कि ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए दिल्ली में कई सुधार किए गए हैं। सरकार का प्रयास इस व्यवस्था को बेहतर करने का है। अब दिल्ली में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए सभी परिवहन कार्यालयों में टेस्ट आटोमेटेड ट्रैक पर हो रहा है। जिन कार्यालयों के पास अपने आटोमेटेड ट्रैक नहीं हैं उन्हें दूसरे कार्यालय से जोड़ दिया गया है। गत दिनों परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बैठक कर इस योजना को लागू करने के आदेश दिए। उन्होंने विभाग से कहा है कि व्यवस्थाओं में और सुधारा करने की जरूरत है, लाइसेंस के लिए टेस्ट देने आने वाले लोगों का अनुभव अच्छा होना चाहिए।

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