चाइनीज मांझे संग हवा में उड़ाई पतंग तो होंगे हवालात में, शिकायत के लिए जारी हुए हेल्प लाइन नंबर

लोगों को चीनी मांझे पर लगे प्रतिबंध के उल्लंघन की शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।पुलिस के लिए 100 नंबरमंडलायुक्त के लिए 1077 नगर निगम उत्तरी के लिए 155304 नगर निगम दक्षिणी के लिए 155305 व नगर निगम पूर्वी के लिए 155303 पर शिकायत दे सकते हैं।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 06:10 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 08:02 AM (IST)
चाइनीज मांझे संग हवा में उड़ाई पतंग तो होंगे हवालात में, शिकायत के लिए जारी हुए हेल्प लाइन नंबर
चीनी मांझे के उपयोग से राजधानी में कई लोग घायल हो चुके हैं।

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। स्वतंत्रता दिवस पर पतंगबाजी के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से चीनी माझे या तेज धार वाले ¨सथेटिक धागे का उपयोग न करने को कहा है। इस मांझे के उपयोग पर 2017 से प्रतिबंध लगा है। दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग ने कहा कि इस मांगे का उपयोग करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई। नियमों का उल्लंघन करने पर पांच साल तक की सजा या एक लाख रुपये का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।

दिल्ली सरकार ने कहा है कि लोगों को चीनी मांझे पर लगे प्रतिबंध के उल्लंघन की शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। दिल्ली पुलिस के लिए 100 नंबर, मंडलायुक्त के लिए 1077, नगर निगम उत्तरी के लिए 155304, नगर निगम दक्षिणी के लिए 155305 व नगर निगम पूर्वी के लिए 155303 पर शिकायत दे सकते हैं। इसके अलावा दिल्ली सरकार के प्रमुख वन्यजीव वार्डन के हेल्पलाइन नंबर 1800118600 पर भी शिकायत कर सकते हैं।

दिल्ली सरकार द्वारा पहले ही जारी की जा चुकी अधिसूचना के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चीनी मांझे के नाम से लोकप्रिय नाइलोन, प्लास्टिक या किसी अन्य कृत्रिम पदार्थों से बने पतंग उड़ाने के धागों की बिक्री, उत्पादन, भंडारण, आपूर्ति और उपयोग पर प्रतिबंध है।

इसके साथ ही पतंग उड़ाने के लिए किसी अन्य ऐसे धागे का भी उपयोग नहीं किया जा सकता है जिसमें कांच या धातु चढ़ा हो। सरकार ने कहा है कि पतंगबाजी के शौकीन केवल सूत के धागे का उपयोग कर सकते हैं जिसे धातु, कांच, गोंद जैसे पदार्थ चढ़ा कर कड़ा नहीं किया गया हो।

बता दें कि चीनी मांझे के उपयोग से राजधानी में कई लोग घायल हो चुके हैं। इसके अलावा ऐसे मांझों में फंसकर पक्षियों की भी जान जा चुकी है। इन घटनाओं को देखते हुए ही सरकार ने इन पर प्रतिबंध लगाया है।

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