पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में दिखेंगे नेता जी के जवान
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की इंडियन नेशनल आर्मी (आइएनए) के सैनिकों को पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया जाएगा।
v style="text-align: justify;">गुरुग्राम। [अनिल भारद्वाज]। मेजर जनरल(रिटा.) डॉ. जीडी बक्शी के लंबे संघर्ष के बाद नेताजी सुभाष चंद्र
बोस की इंडियन नेशनल आर्मी (आइएनए) के सैनिकों को पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया
जाएगा। 1950 के बाद ऐसा पहली बार होगा कि दिल्ली में इंडिया गेट पर परेड में नेताजी के बहादुर जवानों से
देश के लोग रूबरू होंगे। जनपथ पर परेड में देश के लोग भारतीय फौज की ताकत और विभिन्न प्रदेशों से आई रंग-बिरंगी झांकियों के साथ आजादी के लिए लड़ने वाले उन जवानों के दर्शन करेंगे, जो आज बुजुर्ग हो चुके हैं।
डॉ. जीडी बक्शी ने बताया कि लंबे संघर्ष के बाद आइएनए के जवानों को यह सम्मान दिलाने में कामयाब हुए
हैं। उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष यह मांग रखी थी और सरकार ने इस
मांग को मान लिया गया है। आइएनए के जवानों को परेड में शामिल कराने में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बड़ा योगदान दिया।
डॉ. बक्शी ने कहा कि देश के इन हीरो को पहले भी परेड में शामिल करने का सम्मान मिलना चाहिए था,
लेकिन देश की राजनीति ने आइएनए के जवानों को सम्मान देने के लिए मन नहीं बनाया। अब मोदी सरकार
ने आइएनए के जवानों को सम्मान दिया है। इस बार गणतंत्र दिवस पर चार जवानों को परेड में शामिल किया
जाएगा, जिसमें महाशय परमानंद यादव, हीरालाल और लालती राम और भागलमल शामिल है।