फरीदाबाद से दिल्ली लेकर चला सैकड़ों स्मार्ट फोन, रास्ते से हो गया गायब, पढ़िए बीटेक पास ठग की कहानी

पहाड़गंज थाना पुलिस ने फरीदाबाद के एक मोबाइल बिक्रेता का 764 स्मार्ट फोन लेकर चंपत होने वाले शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। उसे उत्तराखंड स्थित घर से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके घर से ठगी के 487 मोबाइल बरामद किए हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 05:25 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 05:25 PM (IST)
फरीदाबाद से दिल्ली लेकर चला सैकड़ों स्मार्ट फोन, रास्ते से हो गया गायब, पढ़िए बीटेक पास ठग की कहानी
पहले व्यापारियों से दो तीन बार सही डील कर उन्हें झांसे में लेता था फिर ठगी कर फरार हो जाता।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पहाड़गंज थाना पुलिस ने फरीदाबाद के एक मोबाइल बिक्रेता का 764 स्मार्ट फोन लेकर चंपत होने वाले शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। उसे उत्तराखंड स्थित घर से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके घर से ठगी के 487 मोबाइल बरामद किए हैं।

डीसीपी मध्य जिला जसमीत सिंह के मुताबिक गिरफ्तार किए गए ठग का नाम मनीष कुमार है। वह देहरादून, उत्तराखंड का रहने वाला है। उसने उत्तराखंड के एक नामी संस्थान से मेकेनिकल से बीटेक किया। उसके बाद उसने सैलाकुई, उत्तराखंड में नौकरी शुरू की। कुछ समय बाद नौकरी छोड़ उसने अपना बिजनेस शुरू किया। उसका मोबाइल फोन व आईटी प्रोडक्ट्स का बिजनेस था।

सैनिक कॉलोनी, फरीदाबाद निवासी एक मोबाइल बिक्रेता ने पहाड़गंज थाने में शिकायत कर कहा था कि मनीष कुमार बिजनेस पार्ट्नर था। मनीष ने उन्हें खुद को कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, जूते, घरेलू और रसोई के सामानों के थोक व्यापार करने की बात बताई थी। 7 महीने से शिकायतकर्ता अपना मोबाइल फोन स्टॉक का सौदा बंद करने की कोशिश कर रहे थे। 5 जून को मनीष ने शिकायतकर्ता से कहा कि थोक विक्रेता उसके फरीदाबाद स्थित गोदाम पर नहीं आ पा रहे हैं। इसलिए उसे सभी मोबाइलों को पहाड़गंज भौतिक जांच के लिए ले जाना है। वहां उन्हें भुगतान किया जाएगा। उसने शिकायतकर्ता के 6 कार्टून कीपैड फोन अपने दोस्त अनिल की कार में रखवा दिये। वह उक्त फोन लेकर फरीदाबाद से दिल्ली के लिए चल पड़े और रस्ते से फरार हो गया।

उधर शिकायतकर्ता मनीष कुमार के साथ पहाड़गंज पहुंच गए। यहां मनीष ने शिकायतकर्ता की कार में रखे 5 कार्टून अन्य मोबाइल भी लेकर गायब हो गया। मनीष ने उनसे कहा कि वह फोनों का भौतिक सत्यापन कराने के बाद उन्हें पेमेंट करेगा। उन्हें इंतजार करने को कहा गया। लेकिन घंटो बीत जाने के बाद जब वह वापस नहीं आया और उसका फोन स्विच ऑफ पाया गया। तब उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिता गया। वह व उसके दोस्त 764 मोबाइल फोन लेकर भाग गए। जिसकी कीमत 13 लाख रुपये बताई जा रही है।

एसीपी ओपी लेखवाल व थानाध्यक्ष वीएन झा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच के बाद 12 जून को मनीष को उत्तराखंड के प्रताप विहार सैलाकुई स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया। घर से 487 मोबाइल फोन बरामद किए गए। शिकायतकर्ता और मनीष का 2018 से एक-दूसरे के साथ व्यावसायिक संबंध हैं। शुरू में उनके बीच छोटे सौदे हुए थे। बाद में उनके बीच तीन बड़े सौदे हुए। पुलिस अब अनिल की तलाश कर रही है।

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