'राम' की 'सीता' बनीं गजल खान बोलीं- धर्म से बड़ा है इंसानियत का रिश्ता

गजल खान ने बताया कि राजनेता हमें हिंदू-मुस्लिम के नाम पर बांटते हैं, लेकिन हम सब हिंदू-मुस्लिम होने से पहले एक इंसान हैं। हर धर्म हमें भाईचारे और मानवता की शिक्षा देता है।

By Edited By: Publish:Mon, 15 Oct 2018 08:27 PM (IST) Updated:Tue, 16 Oct 2018 02:49 PM (IST)
'राम' की 'सीता' बनीं गजल खान बोलीं- धर्म से बड़ा है इंसानियत का रिश्ता
'राम' की 'सीता' बनीं गजल खान बोलीं- धर्म से बड़ा है इंसानियत का रिश्ता

नई दिल्ली (जेएनएन)। चिराग दिल्ली में चल रही श्री धार्मिक रामलीला दक्षिणी दिल्ली में मुस्लिम अभिनेत्री गजल खान सीता का किरदार निभाकर सांप्रदायिक सद्भावना का संदेश दे रही हैं। वे पांच वर्ष से रामलीला में सीता मां का किरदार निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि रामलीला में मां सीता का किरदार निभाने में कभी धर्म आड़े नहीं आया। धर्म से बड़ी मानवता होती है।

मूलरूप से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिला निवासी गजल खान का जन्म मुस्लिम परिवार में हुआ था। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पैथालोजी में एमएससी की है। रामलीला के अलावा वे कई सीरियल और बॉलीवुड फिल्मों में भी काम कर रही हैं। वे बेंगलुरु में अपना एक सैलून भी चला रही हैं। गजल खान ने बताया कि राजनेता हमें हिंदू-मुस्लिम के नाम पर बांटते हैं, लेकिन हम सब हिंदू-मुस्लिम होने से पहले एक इंसान हैं। हर धर्म हमें भाईचारे और मानवता की शिक्षा देता है।

रामलीला में मां सीता का किरदार निभाने से परिवार में काफी खुशी का माहौल है, वहीं श्री धार्मिक रामलीला दक्षिणी दिल्ली चिराग दिल्ली के मुख्य संरक्षक राकेश गुलिया ने कहा कि भगवान राम हमें सबसे बड़ा मानवता का संदेश देते हैं। उनकी नजर में हर कोई एक समान रहा है। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण केवट संवाद और भगवान राम का केवट के साथ व्यवहार हमें देखने को मिलता है। उसी भाईचारे के साथ हम सभी को परिवार की तरह एकजुट होकर रहना चाहिए।

श्री धार्मिक रामलीला दक्षिणी दिल्ली चिराग दिल्ली के महासचिव सुशील प्रकाश गुप्ता ने कहा कि अगर हमें अपने जीवन में सफलता हासिल करनी है तो भगवान राम के पदचिन्हों पर चलना होगा। धर्म और पिता के वचन का सम्मान करते हुए जिस तरह भगवान राम ने गद्दी का त्याग किया था उसी तरह से हमें जीवन में लालच नहीं करना चाहिए।

chat bot
आपका साथी