कोरोना का टीका लगने के बाद कितने स्वाथ्यकर्मी सुरक्षित?, रिपोर्ट में सामने आए उत्साहजनक नतीजे

अपोलो अस्पताल समूह के चिकित्सा निदेशक डा अनुपम सिब्बल ने बताया कि यह टीकाकरण के बाद का एक महत्वपूर्ण अध्ययन है जिससे साफ हो गया है कि टीका लगने के बाद संक्रमण के मामले में गंभीर लक्षणों की संभावना कम हो जाती है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 07:52 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 07:52 PM (IST)
कोरोना का टीका लगने के बाद कितने स्वाथ्यकर्मी सुरक्षित?, रिपोर्ट में सामने आए उत्साहजनक नतीजे
कोरोना का टीका लगने के बाद 95 फीसद स्वाथ्यकर्मी रहे सुरक्षित

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। अपोलो अस्पताल ने देश भर के स्वास्थ्यकर्मियों में टीका लगने के बाद किए गए अध्ययन के परिणाम जारी किए हैं। परिणाम के मुताबिक टीका लगने के बाद 95 फीसद स्वास्थ्यकर्मी सुरक्षित रहे। वहीं, सिर्फ 4.28 फीसद स्वास्थ्यकर्मियों में हल्का संक्रमण हुआ। यह अध्ययन 15 जनवरी से 30 मई 2021 तक किया गया। साढ़े चार माह तक चला यह अध्ययन 31 हजार 621 स्वास्थ्यकर्मियों पर किया गया, जिन्हें कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दोनों डोज या पहली डोज़ दी जा चुकी थी। इसके बाद सिर्फ 90 मामले यानि 0.28 फीसद में ही मरीज़ को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा, जबकि सिर्फ तीन मामलों (0.01 फीसद) में आइसीयू में भर्ती करने की ज़रूरत पड़ी। वहीं, टीका लगने के बाद संक्रमित हुए एक भी मरीज की मौत नहीं हुई।

अपोलो अस्पताल समूह के चिकित्सा निदेशक डा अनुपम सिब्बल ने बताया कि यह टीकाकरण के बाद का एक महत्वपूर्ण अध्ययन है, जिससे साफ हो गया है कि टीका लगने के बाद संक्रमण के मामले में गंभीर लक्षणों की संभावना कम हो जाती है। साथ ही मरीज़ मृत्यु से भी सुरक्षित रहता है। डा अनुपम ने बताया कि अध्ययन में एक डोज़ के बाद संक्रमण के मामले अधिक पाए गए। वहीं, जिन स्वास्थ्यकर्मियों को दोनों डोज़ दी जा चुकी थीं, उनमें संक्रमण के मामले कम पाए गए। इसलिए कोरोना के खिलाफ़ लड़ाई में जीत हासिल करने के लिए हमें अपनी पूरी आबादी को टीका लगाना होगा।

देश के 24 शहरों के स्वास्थ्यकर्मी अध्ययन में हुए शामिल

अध्ययन में शामिल किए गए सभी स्वास्थ्यकर्मी देश भर के 24 शहरों में अपोलो अस्पताल समूह की 43 इकाइयों से थे। इनमें डाक्टर, नर्सिंग, पैरामेडिकल एवं प्रशासनिक विभाग के लोग शामिल थे। डाक्टर के मुताबिक ज्यादातर संक्रमण टीके की आखिरी डोज़ के दो सप्ताह बाद हुए। कई मामलों में छह सप्ताह बाद भी संक्रमण के मामले पाए गए। एक डोज के बाद दो सप्ताह के अंदर संक्रमण के मामले अधिक (17.69 फीसद) पाए गए जबकि दोनों डोज़ के बाद यह संख्या 5.60 फीसद थी।

यह भी जानें अध्ययन में शामिल स्वास्थ्यकर्मी- 31621 कोविशील्ड लगी-28,918 (91.45 फीसद) कोवैक्सीन लगी-2703 (8.55 फीसदी) दोनों डोज लगी-25,907 (81.9 फीसद) पहली डोज लगी-5,714 (18.1 फीसद) दोनों डोज के बाद संक्रमित हुए-1061 (4.09 फीसद) एक डोज के बाद संक्रमित हुए-294 (5.14 फीसद) दोनों डोज के बाद कुल संक्रमित हुए-1355 अस्पताल में भर्ती करने पड़े-90 (83 पचास साल से कम) आइसीयू में भर्ती करने पड़े-3 (उम्र 25-39) इन तीन में दो को दोनों और एक को लगी पहली डोज

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