दिल्ली के इस इलाके में 17 साल सोते रहे निगम अधिकारी, लाखों रुपये बिल देख लोगों की अब उड़ गई नींद

चांदनी चौक के कूचा घासीराम के रहने वाले योगेश यादव ने कहा कि उन्हें वर्ष 2010 के हाउस टैक्स बिल का बकाया अब दिया गया है। आरोप है कि हर वर्ष एडवांस बिल जमा करने के बाद भी निगम अधिकारियों की ओर से जुर्माना लगाया गया है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 06:05 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 08:59 AM (IST)
दिल्ली के इस इलाके में 17 साल सोते रहे निगम अधिकारी, लाखों रुपये बिल देख लोगों की अब उड़ गई नींद
पुरानी दिल्ली इलाके की फाइल फोटोः संजय

नई दिल्ली [राहुल सिंह]। पुरानी दिल्ली में रहने वाले लोगों के घर इन दिनों 17 साल पुराने बिल आ रहे हैं, जिसकी की राशि लाखों रुपये में है। इसको देखकर लोगों की नींद उड़ने लगी है। लोग अब नगर निगम के दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। लोगों का आरोप है कि सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण उन्हें एक साल नौ लाख रुपये तक बिल जमा करना पड़ेगा, जो उनके पास नहीं है, वहीं अधिकारी घर पर आकर भुगतान नहीं होने पर सील करने की बात कह रहे हैं।

चांदनी चौक के कूचा घासीराम के रहने वाले योगेश यादव ने कहा कि उन्हें वर्ष 2010 के हाउस टैक्स बिल का बकाया अब दिया गया है। आरोप है कि हर वर्ष एडवांस बिल जमा करने के बाद भी निगम अधिकारियों की ओर से जुर्माना लगाया गया है। योगेश का आरोप है कि जब हर साल एडवांस बिल जमा किया गया है तो निगम अधिकारियों की ओर से उन पर वर्ष 2010 से लेकर अब तक जुर्माना क्यों लगाया है।

 उन्होंने कहा कि वह अब इस मामले की उच्च अधिकारियों और महापौर व जोन चैयरपर्सन से शिकायत करेंगे। इसके अलावा घासीराम मोहल्ले के ही रहने वाले सुरेश कुमार का कहना है कि उनकी 20 मीटर की दुकान है, जिसका वर्षों से हाउस टैक्स नहीं आया है। लेकिन अब निगम अधिकारियों द्वारा वर्ष 2004 से लेकर अब तक का नौ लाख रुपये का बकाया भेजा गया है, जिसे एक साथ जमा कराना बेहद मुश्किल है।

उनका कहना है कि अगर निगम अधिकारी साल दर साल बिल भेजते रहते तो ऐसी दिक्कत नहीं आती। उन्होंने कहा कि उनके जैसे ही तमाम लोग 17 साल पुराने हाउस टैक्स बिल को एक साथ जमा कराने को लेकर परेशान हैं, वहीं, जमा नहीं कराने पर मकान व दुकान सील करने की धमकी दी जा रही है।

वहीं, दरियागंज के रहने वाले लक्की ने कहा कि उनकी दुकान 20 मीटर की है, जबकि निगम की ओर से कागजों में 100 मीटर की दिखाकर 17 साल पुराने बिल भेजे गए हैं, जिससे परिवार के सभी सदस्य परेशान हैं। उधर, सिटी एसपी जोन की उपायुक्त शशांका आला का कहना है कि जिन लोगों ने बिल जमा नहीं किए हैं, उन्हें नोटिस दिया जा रहा है, ताकि वह अपना बिल जमा करा सकें।

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