Farmers Protest: प्रदर्शनकारी किसानों ने बुराड़ी जाने से किया इनकार, जमकर हो रही नारेबाजी

Farmers Protest Delhi Chalo March शुक्रवार को दिल्ली से नोएडा गाजियाबाद फरीदाबाद-बल्लभगढ़ गुरुग्राम व बहादुरगढ़ जाने के लिए मेट्रो उपलब्ध नहीं है साथ ही एनसीआर के शहरों से दिल्ली जाने के लिए अगले आदेश तक मेट्रो उपलब्ध नहीं है।

By JP YadavEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 07:55 AM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 08:42 PM (IST)
Farmers Protest: प्रदर्शनकारी किसानों ने बुराड़ी जाने से किया इनकार, जमकर हो रही नारेबाजी
दिल्ली पुलिस ने सभी प्रमुख मार्गों पर बैरिकेड लगा रखी है।

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के किसानों को दिल्ली आने की इजाजत मिल गई है। हालांकि फिलहाल पुलिस के साथ हुई नोकझोंक के बाद किसानों ने दिल्‍ली आने से इनकार कर दिया है। अब वहीं बॉर्डर पर धरने पर बैठ गए हैं। इससे पहले किसान बुराड़ी ग्राउंट में प्रदर्शन कर ने को तैयार थे। इसके लिए उन्‍हें इजाजत भी मिल गई थी। किसानों के साथ दिल्ली पुलिस भी मौजूद है। दिल्ली पुलिस कमिश्वर एनके श्रीवास्तव के मुताबिक, प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली में प्रवेश की इजाजत मिल गई है। ये किसान बुराड़ी स्थित निरंकारी समागम मैदान में प्रदर्शन कर सकेंगे।  

वहीं, सिंघु बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस और किसानों के बीच प्रदर्शन के दौरान एक सीआरपीएफ जवान पर किसानों ने ट्रैक्टर चढ़ा दिया, उसे किसी तरह बचाया गया। वहीं, इससे पहले किसानों के ‘दिल्ली कूच’ के मद्देनजर कुंडली बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन नेता गुरनाम सिंह चढूनी दलबल के साथ पहुंचे। उन्होंने सैकड़ों वाहनों के काफिले के साथ दिल्ली कूच का एलान किया है। उन्होंने कहा 'चाहे पुलिस गाेली मारे, पीछे नहीं हटेंगे किसान।' इसके बाद किसान और दिल्ली पुलिस आमने-सामने हैं। ऐसे में किसी भी समय झड़प  हो सकती है। किसानों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस अब तक 2 बार गैस के गोले छाेड़ चुकी है। हालांकि, किसानों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने पांच स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया है। पहले बैरिकेड और दिल्ली पुलिस और इसके बाद तीन स्तर पर पैरा मिलिट्री फोर्स आखिर में प्रशासन का अमला तैनात है। वहीं, हरियाणा का प्रशासन बैकफुट पर है और अब दिल्ली और किसान आमने-सामने है। टीकरी बॉर्डर के रास्ते दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश में जुटे किसानों को फिलहाल बॉर्डर पर रोका गया है। रोक के बावजूद दिल्ली में प्रवेश की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। बता दें कि हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से किसानों के ‘दिल्ली कूच’ की सूचना के बाद शुक्रवार सुबह से ही हरियाणा के सभी बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी सरकार ने राज्य के 9 स्टेडियम को अस्थाई जेल में तब्दील करने की इजाजत मांगी है।  भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी पानीपत क्रास कर सोनीपत सीमा हलदाना बॉर्डर से दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। फरीदाबाद में शुक्रवार को किसानों के आंदोलन का दिल्ली-बदरपुर बॉर्डर पर कोई खास असर नहीं है। अभी तक सामान्य आवाजाही है। बृहस्पतिवार के मुकाबले पुलिस के इंतजाम भी काफी कम है। दिल्ली में किसानों के प्रदर्शन के चलते शुक्रवार सुबह से दिल्ली से एनसीआर के शहरों के बीच मेट्रो सेवा प्रभावित है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) के अधिकारियों के मुताबिक,  शुक्रवार को दिल्ली से नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद-बल्लभगढ़, गुरुग्राम व बहादुरगढ़ जाने के लिए मेट्रो उपलब्ध नहीं है, साथ ही एनसीआर के शहरों से दिल्ली जाने के लिए अगले आदेश तक मेट्रो उपलब्ध नहीं है। डीएमआरसी का कहना है कि किसान आंदोलन के कारण पुलिस के निर्देश पर यह कदम उठाया गया है। 

दिल्ली में कई जगहों पर पुलिस बल तैनात

वहीं, जंतर-मंतर पर दिल्ली पुलिस और आरपीएफ के जवान तैनात हैं। यहां वाटर कैनन वैन भी खड़ी की गई है। बृहस्पतिवार को दिल्ली के विभिन्न इलाकों से यहां पहुंचे 70 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने के बाद छोड़ा गया। दिन के करीब साढ़े 11 बजे 20 किसान प्रदर्शन करने पहुंचे, जिन्होंने सरकार विरोधी नारे लगाए और कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की। नारेबाजी करते किसानों को पुलिसकर्मियों ने कहा कि उन्हें कोविड-19 की वजह से प्रदर्शन की अनुमति नहीं है, लेकिन वे नहीं माने तो उन्हें हिरासत में लिया गया। इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच कुछ देर के लिए नोकझोंक भी हुई। दोपहर बाद कुछ नौजवान भी जंतर-मंतर पर पहुंचे, जिन्हें हिरासत में लेकर छोड़ दिया गया।

नई दिल्ली के डीसीपी ईश सिंघल ने कहा कि किसानों व अन्य किसी भी संगठन को धरना- प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। अगर किसी ने इसका उल्लंघन किया तो उसके खिलाफ कानून कार्रवाई की जाएगी। उधर, मजनूं का टीला गुरुद्वारा के ठीक सामने कुछ किसानों ने सड़क पर बैठकर यातायात रोकने की कोशिश की, लेकिन समय रहते पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

सभी मार्गों पर थी पैनी नजर

दिल्ली पुलिस ने सभी प्रमुख मार्गों पर बैरिकेड लगा रखी थी। आने जाने वाले लोगों की चेकिंग हो रही थी। साथ ही संदिग्ध दिखने वाले लोगों से पहचान पत्र देखने के बाद पूछा गया कि वह क्यों आए हैं। पूछताछ पूरी होने के बाद ही उन्हें जाने दिया।

योगेंद्र यादव को हिरासत में ले लिया

दिल्ली पुलिस ने कापसहेड़ा, सिंघु, टीकरी, ढांसा, फरीदाबाद, गुरुग्राम बॉर्डर पर त्रिस्तरीय सुरक्षा का इंतजाम किया था। डीएनडी, आनंद विहार, नोएडा-मयूर विहार, सीमापुरी, गाजीपुर व लोनी सहित अन्य सीमा पर भी सुरक्षाबलों को तैनात किया गया था। फरीदाबाद, गुरुग्राम और सोनीपत में हाईवे पर लगे पुलिस नाकों पर जाम लगा रहा। इस बीच गुरुग्राम पुलिस ने राठीवास गांव के पास स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव को हिरासत में ले लिया। जंतर-मंतर पहुंचे कुछ किसानों, नेताओं को भी हिरासत में लिया गया।गाजियाबाद में मोहन नगर चौराहे पर किसानों को रोका गया।

बंद रहे मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश द्वार

एनसीआर के मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश द्वार बंद रहे। निकास द्वार खुले थे, ताकि दिल्ली से जाने वाले लोग उतर सकें। शाम पांच बजे के बाद स्थिति सामान्य हुई। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने शुक्रवार को भी एनसीआर के मेट्रो स्टेशन पर प्रवेश बंद रखने का फैसला किया है।

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