Delhi Coronavirus: ऑक्सीजन के साथ स्वास्थ्य कर्मचारियों की भी खल रही कमी : डा. एके मेहता

सरकार ने अस्पताल में बेड की संख्या को बढ़ाकर 500 करने का लक्ष्य रखा है। निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में कार्य शुरू हो चुका है। बेड के साथ-साथ ऑक्सीजन की व्यवस्था प्राथमिकता है। केंद्रीकृत ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन नहीं होने के कारण काफी समस्या हो रही है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 03:37 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 03:37 PM (IST)
Delhi Coronavirus: ऑक्सीजन के साथ स्वास्थ्य कर्मचारियों की भी खल रही कमी : डा. एके मेहता
अस्पताल के कई स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में है, जिसके कारण काफी परेशानी हो रही है।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। ऑक्सीजन के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी भी कोरोना संक्रमण के खिलाफ जारी जंग में एक बड़ी बाधा साबित हो रही है। मोती नगर स्थित आचार्य श्री भिक्षु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. एके मेहता ने बताया कि अस्पताल के कई स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में है, जिसके कारण काफी परेशानी हो रही है।

आचार्य श्री भिक्षु अस्पताल फिलहाल कोविड अस्पताल है, ऐसे में ओपीडी सेवाओं व आपरेशन थिएटर को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। इसके अलावा टीकाकरण कार्य को भी नजदीकी निगम डिस्पेंसरी में स्थानांरित कर दिया गया है, ताकि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति कोरोना संक्रमण की चपेट में न आ जाए। अस्पताल में फिलहाल 120 बेड है, जिसमें 13 आइसीयू बेड है और सभी भरे हुए है।

दिल्ली सरकार ने अस्पताल में बेड की संख्या को बढ़ाकर 500 करने का लक्ष्य रखा है। सरकार के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में कार्य शुरू हो चुका है। बेड बढ़ाने के साथ-साथ ऑक्सीजन की व्यवस्था भी हमारी प्राथमिकता है। अस्पताल में केंद्रीकृत आक्सीजन गैस पाइपलाइन नहीं होने के कारण काफी समस्या हो रही है। पर किसी भी सूरत में अस्पताल के अंदर ऑक्सीजन की कमी न हो इसके लिए अस्पताल प्रशासन व नोडल आफिसर प्रयासरत है।

जनकपुरी स्थित अतिविशिष्ट अस्पताल में निदेशक पद का कार्यभार संभाल रहे डा. एके मेहता ने बताया कि यहां भी कोरोना संक्रमितों के लिए 100 आइसोलेशन और 50 आइसीयू बेड वेंटीलेटर रहित का बंदोबस्त किया जा रहा है। यहां भी स्वास्थ्य कर्मचारियों की भारी किल्लत है, ऐसे में अन्य अस्पतालों से यहां स्वास्थ्य कर्मचारियों को नियुक्त किया जा रहा है। साथ ही यहां केंद्रीकृत ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन डालने का कार्य प्रगति पर है, ऐसे में यहां भी फिलहाल ऑक्सीजन सिलेंडर से ही आइसोलेशन सेंटर को शुरू किया जाएगा। इसके अलावा आइसीयू बेड को शुरू करने के लिए मानिटर की व्यवस्था की जा रही है। उम्मीद है कुछ ही दिनों के भीतर दोनों अस्पतालों में सुविधाएं शुरू हो जाएगी।

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